सीमाजन कल्याण समिति व भारत विकास परिषद बाप के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ शिक्षक सम्मान समारोह 112 शिक्षक शिक्षिकाओं का किया बहुमान ...
- सीमाजन कल्याण समिति व भारत विकास परिषद बाप के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ शिक्षक सम्मान समारोह
- 112 शिक्षक शिक्षिकाओं का किया बहुमान
बाप न्यूज : रमन दर्जी |
सीमाजन कल्याण समिति बाप व भारत विकास परिषद बाप के संयुक्त तत्वावधान में बाप कस्बा स्थित आदर्श विद्या मंदिर के विशाल कक्ष मे शिक्षक दिवस पर गुरूवार को आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में 112 शिक्षक शिक्षिकाओं का शाॅल व अंगवस्त्र पहना कर अभिनंदन किया। इस समारोह में परम गो भक्त जांबा महंत भगवान दास मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अथिति एसबीआई बाप बैंक प्रबंधक अनिल कुमार विश्नोई, मुख्य वक्ता संघ के शाखा कार्यवाह व्याख्याता तेजपुरी थे।
महंत ने कहा की शिक्षक राष्ट्र निर्माता
है। उन्हे हर समय सजग रहकर कार्य करना होगा। समाज को उनसे बहुत कुछ आशा है। सनातन संस्कृति
में गुरु को भगवान से बड़ा मना है। उनकी हम जितनी प्रशंसा करे कम होगी। विशिष्ठ अतिथि
शाखा प्रबंधक अनिल कुमार ने बैंक की सेवाओं को विस्तार से बताते कहा की एसबीआई बैंक
आपकी हर प्रकार की मदद
के लिए सदैव तत्पर रहता है। मुख्य वक्ता व्याख्याता तेजपुरी ने कहा की शिक्षक समाज
का आईना है। समाज को हमारे से बहुत अपेक्षाए है, हम उन्हें पूरे करे। हम नागरिक कर्तव्यों
का पालन स्वयं भी करे तथा विद्यार्थियों को भी मॉटिवेट करे। पर्यावरण, सिंगल यूज प्लास्टिक
पर भी विचार रखे। सीमाजन कल्याण समिति जिलाध्यक्ष अखेजरा खत्री ने अतिथियों का परिचय
करवाया। भारत विकास परिषद बाप शाखा अध्यक्ष ओम राठी ने शिक्षकों का आभार प्रकट किया।
मंच संचालन सचिव बुधराम सियाक ने किया। कार्यक्रम में मांगीलाल कुमावत, लक्ष्मण सोलंकी,
गणपत सिंह, भोमराज, मांगीलाल सियाक, किशनाराम डारा, चंपालाल, किशोर कुमार, कुशुम राठौड़,
राजीव कुमार, पुष्पलता पालीवाल, निशा पालीवाल, बेबी पालीवाल, मानक लाल पालीवाल, प्रेम
पालीवाल, गणेशदान, मुकेश कुमार पालीवाल, प्रभुसिंह, रेखचंद, दामोदर मेहता, बाबूलाल
पालीवाल, राधेश्याम तंवर, मोती लाल पालीवाल, श्रीपाल, दुर्गाराम मेगवाल, मालाराम जांबा,
मांगीलाल बावड़ी, पपसा, अशोक कुमार, करणी सिंह, दिव्या शर्मा, नारायण सिंह, भंवर लाल
दवे, रूपेश, प्रीती, सुनीता, राजबाला, रजनी, सोनिका, सुमन, दिलीप सिंह भाटी, अनिल आचार्य
आदि मौजूद रहे।