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भविष्य के लिए जल का सरंक्षण अति आवश्यक : महीतोष

पाबूपुरा में विश्व जल दिवस पर हुआ जल सम्मेलन का आयोजन बाप न्यूज |  बाप उपखंड के पाबूपुरा में विश्व जल दिवस पर शुक्रवार को जल सम्मेलन का आ...


पाबूपुरा में विश्व जल दिवस पर हुआ जल सम्मेलन का आयोजन

बाप न्यूजबाप उपखंड के पाबूपुरा में विश्व जल दिवस पर शुक्रवार को जल सम्मेलन का आयोजन ग्रामीण विकास विज्ञान समिति द्वारा संचालित परियोजना के तहत हुआ। सम्मेलन में मिठडिया, खाजूसर, राइका नगर, हरी नगर, बालासर, मयाकोर, मटोल, समलानी नगर, बाबा का धोरा के 123 जल मित्रो ने जल सम्मेलन में एक ही स्वर में कहा कि ‘जल की बर्बादी नही रुकी तो आने वाले कल के लिए पानी एक पहेली बन जायेगा’। जल की बर्बादी रोकना प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए। वर्षा का जल संग्रह कर हम अपनी आने वाली भावी पीढ़ी को सुरक्षित रख सकते है। सम्मेलन में पानी बचाने के टिप्स बताते हुए महितोष ने कहा की हम अपना वाहन सूखे कपड़े से धो कर पानी बचा सकते है। हर रोज वाहन को चमकाने के लिए पानी बर्बाद नही करे। घरों में लगे नल खुले रखकर हम पानी व्यर्थ बहता देखते है। घरों में सफाई के लिए पोछा लगाने में सैकड़ों लीटर पानी खर्च करने की आदत सुधरनी चाहिए। कपड़े धोने का नहाने का शेष पानी घरेलू बगीचे में देने की बात कहते हुए कहा की जल प्रकृति की देन है। हम पानी बना नही सकते लेकिन पानी का दुरुपयोग रोकने की पहल हमे करनी होगी। सामाजिक कार्यकर्ता अखेराज खत्री ने खेती में बूंद बूंद खेती बहुत कारगर है। नाली से, खबड़ो से पानी बर्बाद ज्यादा होता है। देशी बीज संग्रह कर उसी को बोने की सलाह दी। ग्राविस उप केंद्र बाप प्रभारी श्रीकांत भारद्वाज ने जल के महत्व को बताते हुए कहा की हमारे परम्परागत जल स्रोत सुरक्षित रहने चाहिए। वर्षा जल संग्रह करने के लिए तालाब, नाडी, बेरी, बावड़ी, टांके मरुस्थल में बहुत सहायक सिद्ध हो रहे है। तालाबों को बचाना भविष्य के लिए जरूरी है। जल ही जीवन है। जल के बिना कल संभव नही। अंत में संस्था के फील्ड सुपरवाइजर सुरेंद्र रतनू ने जल बचाने की शपथ दिलवाई। कार्यक्रम में ग्राम विकास समिति अध्यक्ष राइकाबाग रामचंद्र विश्नोई, भीखाराम, हाजी फतेह खा, रामुराम देवासी, सुरेंद्र रतनू, सदीक खा, कार्यकर्ता शिमला देवड़ा, दीपाराम, बिंजाराम, अर्चना विश्नोई, बालासर अध्यक्ष पदमा राम, मटोल अध्यक्ष भंवर लाल, हीरादेवी, संतोष, रूमादेवी, हरलाल, सुआ देवी, झमू, जीया देवी, शिव लाल, भंवर लाल ब्राह्मण, मिठड़िया अध्यक्ष पृथ्वी सिंह आदि मौजूद रहे।