बाप न्यूज | बुवाई के समय अच्छी बारिश होने के बाद जमाने की आस लगाए बैठे बाप क्षेत्र के किसानों को इस साल भी निराशा ही हाथ लगी। बुवाई के बाद...
बाप न्यूज | बुवाई के समय अच्छी बारिश होने के बाद जमाने की आस लगाए बैठे बाप क्षेत्र के किसानों को इस साल भी निराशा ही हाथ लगी। बुवाई के बाद वापिस समय पर बारिश नहीं हुई। जिससे क्षेत्र में खरीफ की फसलें झुलस गई। बाद में झोला (गर्म हवा) लगने से ग्वार की फसले भी चौपट हो गई। शुक्रवार को बड़ी संख्या में तहसीलदार कार्यालय आये किसानों ने खरीफ फसलों में हुए खराबे का आंकलन करने तथा बाप पंचायत समिति क्षेत्र में सूखा घोषित करने की मांग की।
गौरव सैनिक हजारी राम पूनिया ने बताया
कि इस साल शुरुआत में अच्छी बारिश हुई थी। किसानों ने सब कुछ दांव पर लगाकर बुवाई भी
की। मगर उसके बाद लंबे अंतराल के बाद बारिश हुई। समय पर बारिश नहीं होने से बाजरा की
फसल सूख गई। अगली बारिश में किसानों ने ग्वार की बुवाई की मगर अब झोला लगने से यह फसल
भी झुलस गई। किसानो ने बताया कि समिति क्षेत्र के अधिकांश किसान बारानी खेती से जीविकोपार्जन
करते हैं। रीफ की फसल ही उनके जीवन का आधार है। फसल खराबे से किसानों के जीवनयापन की
दुविधा उत्पन्न हो गई है। ठेकेदार मोहनराम सारण ने बताया कि इस क्षेत्र के किसानों
को कृषि संबंधी जानकारी का अभाव है। इसलिए वे हर साल सरकारी लाभों से वंचित रह जाते
हैं। पिछले कई सालों से यहां के किसानों को नाम मात्र का बीमा क्लेम मिला है। सारण
ने आराेप लगाया कि बीमा कंपनी के प्रतिनिधि बड़ी चालाकी से बिना किसानों के खेतों मे
गये चुपचाप रिपोर्ट भेज देते हैं। नुकसान होने के बावजूद बीमा कंपनी को फायदा पहुंचाने
की नीयत से कम खराबा दिखाकर रिर्पोट भिजवा दी जाती है। ज्ञापन में किसानों की मौजूदगी
में क्रोप कटिंग की सैंपल लेने, पटवारी, कृषि पर्यवेक्षक एवं बीमा कंपनी द्वारा बनाई
हुई खराबा रिपोर्ट किसानों के साथ साझा करने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपते समय ठेकेदार
मोहन राम सारण, हीराराम ढाका, संजय गोदारा कानासर, जोराराम जाणी, सुखराम जाणी, भीखाराम
गोदारा, बुधकरण सारण, चौधरी बाबुराम सारण, चौधरी भंवरु राम डारा सहित कई किसान मौजूद
रहे।