Page Nav

HIDE

Classic Header

Top Ad

Breaking News:

latest

नोख में स्थानीय ठेकेदाराे ने खोला आरएसडीसीएल के खिलाफ मोर्चा

अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर ठेकेदारो व ग्रामीणों ने पीपीएस 4 के सामने शुरू किया बेमियादी धरना, मंगलवार से भूख हड़ताल   बाप न्यूज |  ...

अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर ठेकेदारो व ग्रामीणों ने पीपीएस 4 के सामने शुरू किया बेमियादी धरना, मंगलवार से भूख हड़ताल  

बाप न्यूजनोख में स्थानीय ठेकेदारों व ग्रामीणों ने अपने बकाया भुगतान की मांग करते हुए सोमवार से आरएसडीसीएल पीपीएस 4 के आगे बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। धरने पर बैठे ठेकेदारो ने कहा कि जब तक उनका भुगतान नहीं होगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरने में बैठे ठेकेदारो व ग्रामीणों ने कहा  कि प्रशासन को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया था, जिसमें सात दिन का अल्टीमेटम दिया, इसके बावजूद भी संबंधित विभाग व प्रशासन ने उनके बकाया भुगतान को लेकर कोई रूची दिखाई। इसलिए मजबूरन अब बेमियादी धरना शुरू करना पड़ा। गौरतलब है कि नोख में आरएसडीसीएल द्वारा पीपीएस 4 का निर्माण कार्य विक्रान्त कंपनी को दिया हुआ था। विक्रांत ने आगे गांव वालो को कार्य करने के लिए वर्क ऑर्डर के माध्यम से काम दिया था। ग्रामीण अपना काम कर रहे थे, लेकिन अप्रैल में आरएसडीसीएल द्वारा विक्रांत को टर्मिनेट कर दिया गया था। जिससे इनका करीब 60 लाख का भुगतान अटक गया।

सोमवार सुबह नोख के स्थानीय ठेकेदार व ग्रामीण आरएसडीसीएल के पीपीएस 4 के आगे धरने पर बैठ गये। नोख निवासी महेश कुमार माली, प्रेमसिंह, भाटी, मेघराज माली, गुलाम खां सहित धरनार्थियों ने बताया कि अप्रैल में आरएसडीसीएल ने विक्रांत को टर्मिनेट कर दिया था। उस दौरान आरएसडीसीएल ने ग्रामीणों को मौखिक और लिखित में विश्वास दिलाया था की वे अपने कार्य को सत्यापित करवा ले, इसके बाद उसका भुगतान कर देंगे। लेकिन अब भुगतान करने से मना किया जा रहा है। उल्टा अब वही कार्य किसी और ठेकेदारों से शुरू करवा दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि उनके करीबन 60 लाख से ज्यादा भुगतान विक्रांत कंपनी में बाकी पड़ा हैं।

आरएसडीसीएल द्वारा स्थानीय ठेकेदारों को भुगतान दिलाने के लिए विक्रांत से बिल सत्यापित करवा आरएसडीसीएल ऑफिस जयपुर में जमा करवा दिए गए। लेकिन अब वह अपने वादे से मुकर रहे हैं। यही नहीं कंपनी ने ठेकेदारों के विरूद्ध पुलिस थाना नोख में मुकदमा दर्ज करवा कर धमकाना शुरू कर दिया है। धरने में पहले दिन अमृतलाल माली, भूरसिंह भाटी, मुरलीधर माली, लालाराम माली, गुगर प्रजापत, रूपसिंह, घेवरलाल, हरिसिंह, रेंेवतराम सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।