बाप न्यूज | कस्बा स्थित आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक केशव परिसर में बुधवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रां...
बाप न्यूज | कस्बा स्थित आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक केशव परिसर में बुधवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रांत सह प्रचार प्रमुख मनमोहन पुरोहित ने कहा कि बालक में संस्कारों का संचरण माता ही कर सकती है। बालक के सीखने की उम्र में वह माता और शिक्षक के समीप ही अधिक रहता है। बालक का चारित्रिक व्यक्तित्व का निर्माण माता ही कर सकती है। जिस प्रकार माता जीजाबाई ने अपने पुत्र शिवा को उत्तम गुणों से परिपूर्ण कर उसे छत्रपति शिवाजी के रूप में समस्त विश्व के रूप में प्रस्तुत किया। बहुत समय पहले एक चित्रकार को सबसे मासूम बालक का चित्र बनाने के लिए कहा जाता तो वो एक बालक चित्र बनाता है। जो दिखने में सबसे मासूम था, लेकिन 20 साल बाद उसी चित्रकार को सबसे बडे आंतकवादी व्यक्ति का चित्र बनाने के लिए कहा जाता है, तो बहुत प्रयास करने के बाद जब वह एक व्यक्ति का चित्र बना रहा होता है तो वह व्यक्ति जोर जोर से रोना शुरू कर देता है। जब चित्रकार उस व्यक्ति से रोने का कारण पूछता है, तो वह व्यक्ति बताता है कि 20 साल पहले जिस मासूम बालक का चित्र उसने बनाया था वो मै ही हूं। पुरोहित ने बताया कि बालक के मासूम से आंतकवादी बनने के पीछे सबसे बडी भूमिका उसकी माता की है। अगर उसकी माता ने उसे गलत राह पर चलने से रोका होता तो वह आंतकवादी नही बनता।
उप प्रधानाचार्य बावडी कलां मुकेश कुमार बालक के श्रेष्ठ चरित्र निर्माण के लिए उपस्थित मातृ शक्ति को प्रेरित किया। प्रधानाचार्य भीखुलाल ने विद्यालय वृत्त प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में महिलाओं से सुझाव लिए गए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए आचार्य कंवरलाल ने सभी आगन्तुक अतिथियों व महिलाओं का आभार व्यक्त किया तथा कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन करवाया। आचार्य श्रीपाल धायल, भोजाराम, तेजाराम, करणीसिंह, मुकेश कुमार, उम्मेदसिंह, अशोक कुमार, रमेश कुमार, सहीराम, वाहन चालक नरपतसिंह, आचार्या रोशनी िवश्नोई, संतु पालीवाल, पूजा शर्मा, पूनम सचदेवा, दिव्या शर्मा, राजेश्वरी शर्मा, सेवाकर्मी भगवती देवी का पूर्ण सहयोग रहा।