खिदरत के पास हुआ था मेलार्थी के दो साल बच्चे के अपहरण महिला के पूर्व पति ने किया था बच्चे का अपहरण बीकानेर जिले से 10, अनूपगढ जिला से 3 तथा...
- खिदरत के पास हुआ था मेलार्थी के दो साल बच्चे के अपहरण
- महिला के पूर्व पति ने किया था बच्चे का अपहरण
- बीकानेर जिले से 10, अनूपगढ जिला से 3 तथा तथा फलोदी जिले से 12 टीमें जुटी थी माूसम की तलाश में
- तीन अपहरणकर्ता गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल जब्त
बीकानेर जिले के नापासर हाल निवासी मुक्ताप्रसाद
नगर चंदा पत्नि झूमरलाल जाति नायक ने रविवार रात बाप थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी
कि वह अपने पति झूमरलाल व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पैदल रामदेवरा जा रहे थे।
शाम साढे छः से सात बजे के बीच खिदरत गांव में पहुंचे, जहां पर उन्होने अपनी टैक्सी
खडी की। उसी दौरान भण्डारे के पास से दो व्यक्ति मोटरसाईकिल पर सवार होकर आये तथा उसके
दो वर्ष के पुत्र विकी का बाइक पर अपहरण कर ले गये। उक्त मामले में को गंभीरता से लेते
हुए जिला पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल ने जिले भर में विशेष नाकाबंदी करवा कर बच्चे
की तलाश शुरू करवा दी। एसपी बसंल भी खिदरत पहुंचे तथा वंहा मौके के हालात का जायजा
लिया।
पुलिस अधीक्षक बंसल के निर्देशानुसार अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक फलोदी सौरभ तिवाडी के निकटतम सुपरविजन व वृताधिकारी वृत फलोदी रामकरणसिंह
मलिण्डा के नेतृत्व मे अपहर्त बालक व अज्ञात आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित की
गई। पुलिस ने संबंधित पड़ोसी जिले बीकानेर व अनूपगढ के पुलिस अधीक्षको वार्ता कर प्रर्याप्त
टीमें गठित कर बालक को तलाश करने में सहयोग करने का आग्रह किया। जिस पर बीकानेर जिले
से करीब 10 टीमें व अनूपगढ जिला से 3 टीमें तथा फलोदी जिले से 12 टीमें गठित कर बालक
को तलाश करने में जुट गई।
100 से अधिक भंडारे देखे, 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले पुलिस ने तलाश अभियान शुरू करते हुए बीकानेर-रामदेवरा मेला रूट पर स्थित 100 से अधिक भण्डारों, बीस हजार से अधिक लोगों को चैक किया गया। 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देख तकनीकी विश्लेषण किया गया। पुलिस टीमों ने होटल, ढाबों, बस स्टैण्ड, रामदेवरा मेला के भण्डारों, टेंटों में सहित खिदरत, नोखडा, दियातरा, कोलायत, नाल, बीकानेर शहर, शोभासर, कानासर, कोडमदेसर, अमरपुरा, पूगल, सतांसर, छतरगढ में हर संभावित स्थानों पर तलाश की गई।
सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों में संदिग्ध मोटरसाईकिल सवारों को चैक किया गया। रेल्वे स्टेशन, बस स्टेण्ड व प्राईवे बस संचालकों, पैदल चलने वाले संघों को व्यक्तिगत रूप से बालक के संबंध में सूचना शेयर की गई। सतासर गांव में छतरगढ पुलिस की सहायता से नाकाबंदी कर मोटरसाईकिल पर सवार पपूराम पुत्र किशनाराम जाति नायक निवासी अनूपगढ को डिटेन कर मौके पर ही वक्त की नजाकत को समझते हुए उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में पप्पुरा ने अपने दो भतीजे अशोक पुत्र घनश्याम व राजपाल पुत्र रामचन्द्र जाति नायक निवासी अनूपगढ के साथ मिलकर विकी का अपहरण करना स्वीकार किया। लेकिन पपूराम के पास अपहर्त बालक नहीं मिलने पर एक बारगी हताश होने लगी। लेकिन पुलिस टीम ने पुनः पूछताछ की व गांव सतासर में छतरगढ पुलिस की सहायता से नाकाबंदी कर सैकड़ों वाहनों को चैक किया। नाकाबंदी के दौरान रोड़वेज बस की तलाशी ली गई तो उसमें सवार दो संदिग्ध युवकों को डिटेन कर उसके कब्जे से बस में बैठे अपहर्त बालक विकी बरामद कर लिया। पुलिस ने अपहरण की घटना में प्रयुक्त आरोपी पपूराम की मोटरसाईकिल को भी जब्त कर लिया। पुलिस आरोपियों से अपहरण की घटना के संबंध में सघन पूछताछ कर रही है। एसपी बंसल ने बताया कि बालक के अपहरण की सूचना को सोशल मीडिया में तत्परता से शेयर करने से आमजन जागरूक हुआ। बालक के संबंध में लगातार अपडेट मिलती रही। कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। एसपी ने कहा कि वारदात का खुलासा करने में जनता का अभूतपूर्व सहयोग रहा। दो वर्ष के मासूम बालक से मिलकर माता की खुश का ठिकाना नहीं रहा। बच्चे की मां ने पुलिस का आभार जताया।