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गीता रहस्य का खजाना, आत्मसात करने से ही होगी संतुष्टि : श्याम सुंदर

बाप न्यूज |  बाप कस्बे में योग दिवस के मौके पर स्वामी अड़गड़ानन्द महाराज द्वारा लंबे अरसे बाद श्रीमद भगवत गीता की सारस्वत व्याख्या की पवित्र ...


बाप न्यूज
बाप कस्बे में योग दिवस के मौके पर स्वामी अड़गड़ानन्द महाराज द्वारा लंबे अरसे बाद श्रीमद भगवत गीता की सारस्वत व्याख्या की पवित्र पुस्तक यथार्थ गीता प्रकाशित की है। स्वामी जी ने यथार्थ गीता को मानव धर्म शास्त्र बताया। उन्होने कहा कि परमात्मा में प्रवेश दिलाने वाले क्रियात्मक अनुशासन के नियमो का संकलन ही शास्त्र है। गीता का महत्व बताते कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि चारों वेद, उपनिषद, समस्त योगशास्त्र, रामचरितमानस तथा सभी दर्शनशास्त्रों का अकेले ही गीता प्रतिनिधित्व करती है। गीता मानव मात्र के लिये अतर्क्य शास्त्र है। उन्होने अपने संदेश में कहा कि सत्य वस्तु का तीनो कालो में अभाव नही है और असत्य वस्तु का अस्तित्व नही है। परमात्मा ही तीनो कालो में सत्य है, सारस्वत है, सनातन है। प्रेरक श्यामसुंदर, शारीरिक शिक्षक गणपत सिंह ने उपखण्ड अधिकारी मांगीलाल सुथार, योग गुरु लाल चन्द खत्री, आयुष चिकित्सक तेजाराम मीणा, मांगीलाल सियाक़, भारत विकास परिषद अध्यक्ष ओम राठी, प्रिंसिपल राजीव कुमावत, प्रिंसिपल कन्हैयालाल पालीवाल व सीमाजन कल्याण समिति अध्यक्ष अखेराज खत्री को यथार्थ गीता भेंट की।