कहा - मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र शेष आंगनबाड़ियों के लिए उदाहरण बाप न्यूज | सौर्य ऊर्जा कम्पनी ऑफ राजस्थान लिमिटेड के सहयोग से दूसरा दशक द्वारा...
कहा - मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र शेष आंगनबाड़ियों के लिए उदाहरण
बाप न्यूज | सौर्य ऊर्जा कम्पनी
ऑफ राजस्थान लिमिटेड के सहयोग से दूसरा दशक द्वारा संचालित आंगनबाड़ी सम्बल कार्यक्रम
के तहत दो आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल आंगनवाड़ी के रूप में विकसित किया गया है। बुधवार
को जोधपुर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा (आईएएस) ने मॉडल आंगनबाड़ी
चुड़ो की बस्ती, भड़ला का अवलोकन किया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चिरमी ने केंद्र पर आयोजित की जाने वाली मुख्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र पर बच्चों के सीखने के लिए पांच कॉर्नर्स गुड़िया का घर, दवाखाना, स्थानीय सामग्री, पुस्तकालय तथा चित्रकला कॉर्नर बनाए गए हैं। शिक्षण कार्य के साथ ही केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण, पोषाहार, सैनेटरी नैपकिन वितरण आदि कार्य भी किए जाते है। चिरमी ने कहा कि मॉडल आंगनवाड़ी के रूप में विकसित होने के बाद केंद्र पर बच्चों की उपस्थिति व ठहराव में बढ़ोतरी हुई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा ने केंद्र पर नामांकित बच्चों की उपस्थिति के बारे में जाना व कहा कि छोटे बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का विशेष ख्याल रखें ताकि वह कुपोषण के शिकार न हो। प्रतिमाह ग्रोथ चार्ट में बच्चों की उम्र के अनुसार वजन व ऊंचाई को अपडेट करते रहें। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र पर मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली व समुदाय के लोगों से कहा कि अपने बच्चों को नियमित आंगनवाड़ी केन्द्र पर भेजें। उन्होंने कहा कि यह मॉडल आंगनवाड़ी शेष आंगनबाड़ियों के लिए उदाहरण साबित होगी। उन्होंने ब्लॉक के अन्य केंद्र को भी इसी तरह विकसित करने की इच्छा जताई। ग्रामीणों ने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र पर शौचालय व टांका बनाने की मांग रखी। परियोजना निदेशक मुरारी लाल थानवी ने बताया कि मॉडल आंगनबाड़ी निर्माण में स्थानीय ग्रामीणों का सक्रिय योगदान रहा। इस अवसर पर सदर खां, दूसरा दशक कार्मिक अमरू चौधरी, अणदाराम, नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी सरिता चौधरी, सुरेन्द्र चौधरी, ग्रामीण गफूर खां, सिजावल खां, जमालदीन, सेती आदि मौजूद रहे।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चिरमी ने केंद्र पर आयोजित की जाने वाली मुख्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र पर बच्चों के सीखने के लिए पांच कॉर्नर्स गुड़िया का घर, दवाखाना, स्थानीय सामग्री, पुस्तकालय तथा चित्रकला कॉर्नर बनाए गए हैं। शिक्षण कार्य के साथ ही केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण, पोषाहार, सैनेटरी नैपकिन वितरण आदि कार्य भी किए जाते है। चिरमी ने कहा कि मॉडल आंगनवाड़ी के रूप में विकसित होने के बाद केंद्र पर बच्चों की उपस्थिति व ठहराव में बढ़ोतरी हुई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा ने केंद्र पर नामांकित बच्चों की उपस्थिति के बारे में जाना व कहा कि छोटे बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का विशेष ख्याल रखें ताकि वह कुपोषण के शिकार न हो। प्रतिमाह ग्रोथ चार्ट में बच्चों की उम्र के अनुसार वजन व ऊंचाई को अपडेट करते रहें। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र पर मिलने वाली सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली व समुदाय के लोगों से कहा कि अपने बच्चों को नियमित आंगनवाड़ी केन्द्र पर भेजें। उन्होंने कहा कि यह मॉडल आंगनवाड़ी शेष आंगनबाड़ियों के लिए उदाहरण साबित होगी। उन्होंने ब्लॉक के अन्य केंद्र को भी इसी तरह विकसित करने की इच्छा जताई। ग्रामीणों ने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र पर शौचालय व टांका बनाने की मांग रखी। परियोजना निदेशक मुरारी लाल थानवी ने बताया कि मॉडल आंगनबाड़ी निर्माण में स्थानीय ग्रामीणों का सक्रिय योगदान रहा। इस अवसर पर सदर खां, दूसरा दशक कार्मिक अमरू चौधरी, अणदाराम, नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी सरिता चौधरी, सुरेन्द्र चौधरी, ग्रामीण गफूर खां, सिजावल खां, जमालदीन, सेती आदि मौजूद रहे।