बाप सत्संग में प्रवचन देते संत तथा श्रवण करते भक्तगण
बाप सत्संग में प्रवचन देते संत तथा श्रवण करते भक्तगण
बाप न्यूज | स्वामी दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्म जयन्ती पर सम्पूर्ण राजस्थान में वेदों के प्रचार को निकले वेद प्रचार रथ के हनुमान गढ़ से शनिवार देर शाम बाप पहुंचने पर गायत्री मंदिर के पीछे इंद्र लाल कुमावत के निवास पर स्वागत हुआ। इस मौके पर रात्रि में सत्संग का आयोजन हुआ। भजनों की मधुर प्रस्तुति के बाद स्वामी चेतनानन्द सरस्वती ने अपने उदबोधन में कहा कि हमे मनुष्य जीवन मिला यह परमात्मा की कृपा है। हमें कुछ श्रेष्ठ कार्य करने चाहिए। जीव ,पशु व पक्षी हमारे मित्र है। हमें उनको प्यार देना चाहिए। जीव हत्या कर उससे पेट भरना मूर्खता है। मानव जीवन अमूल्य हैं। हमें मनुष्यपन को प्रकट करना है। हमारे मन मे बुरे विचार नही आये तभी तो हम सुखी होंगे। उन्होने कहा कि बुरे कर्म नरक है और अच्छे कर्म स्वर्ग है। धरती पर ही नरक व स्वर्ग है। इस दौरान नव गठित नगर पालिका अध्यक्षा लीला देवी पालीवाल, पूर्व उप प्रधान जगदीश, इंद्र लाल कुमावत, अशोक, सांगाराम, नेनुलाल, राणा राम, शिक्षाविद राजीव कुमावत, एडवोकेट मदन शर्मा, खेताराम कुमावत, ओम रामावत, शिक्षक जगदीश, प्रभुलाल, मदन कुमावत, गो सेवक धूड़चन्द कोठारी, अखेराज, लक्ष्मी देवी, मीरा देवी, शिक्षक नेता मांगीलाल कुमावत, आनन्द खत्री आदि मौजूद रहे।
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