जोधपुर में दिन दहाड़े हुई अधिवक्ता की हत्या से वकीलों में आक्रोष आरोपियों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही करने व अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम पारित क...
- जोधपुर में दिन दहाड़े हुई अधिवक्ता की हत्या से वकीलों में आक्रोष
- आरोपियों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही करने व अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम पारित करने की मांग को लेकर बाप में अधिवक्ता रहे हड़ताल पर
बाप न्यूज | जोधपुर में अधिवक्ता जुगराज चौहान की दिन दहाड़े हुई नृशंस हत्या की घटना के बाद से ही वकीलों में आक्रोष है। अधिवक्ता जुगराज चौहान के हत्यारों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही करने, मृत अधिवक्ता के परिवारजनों को सरकारी सहायता दिलाने एवं अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम पारित करने की मांग को लेकर सोमवार को अधिवक्ता संस्थान बाप के बैनर तले बाप में सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे तथा उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना दिया। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी की अनुपस्थिति में रीडन दिनेश मीणा को ज्ञापन सौंपा।
अधिवक्ता संस्थान
बाप अध्यक्ष भाटी ने बताया कि अधिवक्ता जुगराज चौहान की 18 फरवरी को दिन दहाड़े नृशंस
हत्या कर दी गई है। अधिवक्ता अब सुरक्षित रही रहा है। दिन दहाड़े होने वाली इस तरह की
घटनाओं से वकील समुदाय चिंतित है। अधिवक्ता अपने फरीकेन के लिए पूरे तन मन से जान जोखिम
में डाल कर पैरवी करता है। परंतु हाल ही में अधिवक्ताओं के साथ होने वाली इन घटनाओं
ने अधिवक्ता की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए है। यदि अधिवक्ता स्वयं सुरक्षित नहीं रहा
तो पीड़ित को कैसे न्याय दिला पायेगा। इसलिए अधिवक्ताओं की सुरक्षा की दृष्टि से अधिवक्ता
सुरक्षा बिल आज के समय की आवश्यकता बन गया है।
अधिवक्ता विजय तंवर
ने कहा कि अधिवक्तातगण के साथ मारपीट, धमकी मिलना यह सब आम बात हो चुकी है। आये दिन
वकीलों के साथ मारपीट, पुलिस द्वारा अभद्र व्यवहार, धमकी वकीलों के परिवार के सदस्यों
के साथ दुर्व्यवहार किये जाने की घटनाएं घटित हो रही है। इसके साथ पीड़ित अधिवक्ताओं
को त्वरित न्याय भी नहीं मिल पा रहा है। अधिवक्तागण जिस न्याय के हकदार है वह न्याय
भी प्रशासन से मांग कर लेना पड़ रहा है।
अधिवक्ता देवीसिंह,
मदन गोपाल शर्मा व भंवरलाल सुथार ने कहा कि वर्तमान समय में अधिवक्ताओं के साथ ऐसी
घटनाओं से अधिवक्ता समुदाय में भारी रोष व्याप्त है। पिछले लंबे समय से एडवोकेट प्रोटेक्शन
एक्ट पारित करने की मांग करते आ रहे है, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
उपखंड अधिकारी को
सौंपे ज्ञापन में मृत अधिवक्ता साथी के परिवार को आर्थिक सहायता देने, दोषियों के विरूद्ध
त्वरित कार्यवाही करने, एडवोकेट प्रोटेक्टशन एक्ट को लागू करने की पुर जोर मांग की गई। अधिवक्ताओं ने कहा
कि लोगों की समस्याओं को अपने सिर पर लेकर जीने वाले अधिवक्ताओं काे इस एक्ट के जरिये
सुरक्षा दिलाया जाना सरकार का पमर दायित्व है। इस दौरान अध्यक्ष मदनसिंह भाटी, मदन
गोपाल शर्मा, विजय तंवर, ओम प्रकाश गोदारा, देवीसिंह भाटी, राजेंद्र सिंह सोंलकी, मोहम्मद
रफीक, दुलीचंद मेगवाल, सुभाष चंद विश्नोई, राणीदान सिंह, रवि पालीवाल, सिकन्दर मंगलिया,
अशोक विश्नोई, मदन कुमावत, रविन्द्र सिंह सिड्डा, वीरेंद्र सिंह खेतुसर, वीरेंद्र सिंह
भाटी, दानवीर सिंह भाटी, नवीन शर्मा, भंवरलाल सुथार, प्रकाश विश्नोई, पर्वतसिंह भाटी
आदि मौजूद रहे।