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बिसलपुर में घेंवराराम आत्महत्या मामला : पंचायत राज कार्मिकों का आरोप एफआईआर झूठी, उठाई निरस्त करने की मांग

एफआईआर निरस्त नहीं होने पर ग्राम विकास अधिकारियों ने दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी बाप न्यूज |  जिले की ग्राम पंचायत मंडोर की ग्राम पंचायत...

एफआईआर निरस्त नहीं होने पर ग्राम विकास अधिकारियों ने दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी

बाप न्यूजजिले की ग्राम पंचायत मंडोर की ग्राम पंचायत बिसलपुर में घेंवरराम आत्महत्या मामले में पंचायती राज कार्मिको व जनप्रतिनििधयों के विरूद्ध डांगियावास थाने में एफआईआर दर्ज करवाने पर राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ में रोष पनप गया है। ग्राम विकास अधिकारियों का आरोप है कि राजनैतिक द्वेष भावना के चलते पंचायती राज कार्मिकों व जनप्रतनिधियों पर झुठी एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इसको लेकर राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ उपशाखा बाप द्वारा उपखंड अधिकारी व विकास अधिकारी को अलग अलग ज्ञापन सौंप झूठी एफआईआर को निरस्त करवाने की मांग की है।

राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ उपशाखा बाप द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में एक दैनिक अखबार का हवाला देकर लिखा कि बिसलपुर में घेंवरराम पुत्र जेठाराम जीनगर द्वारा आत्महत्या के बाद के घटनाक्रम में मृतक परिवार जनों द्वारा मृतक को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में सरपंच रेखा, सरपंच प्रतिनिधि कानाराम जाणी, ग्राम विकास अधिकारी संदीप दवे एव विकास अधिकारी सोहनलाल, सहायक विकास अधिकारी इंद्र नारायण पारिक पंचायत समिति मंडोर के विरूद्ध झुठी एफआईआर पुलिस थाना डांगियावास में दर्ज करवाई गई है।

ज्ञापन में घटनाक्रम के संदर्भ में लिखा कि पुराना कोट का पट्टा बनाने की कार्यवाही वर्तमान में प्रक्रियाधीन है। जिसमें अभी तक केवल आपत्ति आमंत्रण नोटिस जारी किए गए है। मृतक या उसके परिवार के किसी भी सदस्य को किसी भी प्रकार का नोटिस या बेदखल करने संबधी कार्यवाही बिसलपुर पंचायत द्वारा नहीं की गई। पंचायत समिति के किसी भी कार्मिक या अधिकारी द्वारा मृतक को धमकाना तो दूर उससे कोई वार्ता तक नहीं की गई है। मृतक के अलावा चार अन्य ने कोट के पट्टा बनाने की कार्यवाही के विरूद्ध पंचायत में एक आपत्ति प्रस्तुत की थी, जिसे पंचायत ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया था। पंचायत राज कार्मिकों व जनप्रतनिधियाें के विरूद्ध दर्ज एफआईआर पूर्णतया असत्य व साक्ष्यों से परे है। ज्ञापन मंे बताया कि राजनैतिक द्वैष भावना से ग्रसित होकर एफआईआर दर्ज करवाने से पंचायती राज कार्मिकों व जनप्रतिनिधियों के मनोबल पर विपरित प्रभाव पड़ता है। एफआईआर निरस्त नही की गई तो सभी ग्राम विकासअधिकारी राजकीय कार्य का बहिष्कार करेंगे।

ज्ञापन सौंपते समय ग्राम विकास अधिकारी संघ बाप ब्लॉक अध्यक्ष वकील चौधरी, उपाध्यक्ष इस्लाम खान, कोषाध्यक्ष मुकेश सुथार, सचिव सचिन अवस्थी, राजवीर सुथार, सुमेर सिंह, सुरेंद्र कुमार, सुमेर सिंह उदट, राकेश मीना, सुरेश लखोटिया, अर्जुनराम पंवार, शक्ति सिंह, पदमाराम, बहादुर सिंह, संजीव चलाना, मनमोहन जोशी जिला परिषद सदस्य रेशमाराम, सरपंच केशुराम आदि मौजूद रहे।