नूरे की भूर्ज में मॉडल तालाब के रूप में एक तालाब को किया गया विकसित
नूरे की भूर्ज में मॉडल तालाब के रूप में एक तालाब को किया गया विकसित |
गौरतलब है कि पश्चिमी
राजस्थान में वर्षा वैसे ही हम होती है, इसलिए बारिश का पानी की एक भी बून्द व्यर्थ
नहीं जाए व अधिकतम पानी का संचय करके पूरे वर्ष पानी पर्याप्त मात्रा में लोगों के
काम आए, ये प्रयत्न किया जा रहा है। सौर्य ऊर्जा कंपनी ऑफ़ राजस्थान लिमिटेड का 1000
मेघावाट का सोलर प्लांट भड़ला फैज III में स्थित है। सौर्य ऊर्जा पिछले काफी समय से
बाप ब्लॉक में सामाजिक सरोकार के कार्य कर रही हैं।
सौर्य ऊर्जा के
सीईओ बिभू बिस्वाल ने कहा की जल संरक्षण योजना से जहां जल संचयन में मदद मिलेगी। वहीं
भू-जल स्तर को भी बेहतर किया जा सकेगा। तालाबों की खुदाई के साथ साथ उसका सौंदर्यीकरण
भी किया जा रहा है। तालाब के चारों ओर पौधरोपण भी किया जाएगा। पौधारोपण और जल संरक्षण
में शुरू से ही सौर्य ऊर्जा की रुचि रही है।
सौर्य ऊर्जा के
सीएसआर हैड मेहताब अहमद ने बताया की यदि हम देखें तो कुछ वर्षों पूर्व पानी की इतनी
समस्या नहीं थी, लेकिन अब धीरे-धीरे हमारा भू जल स्तर नीचे जा रहा है। तालाब सूख रहे
हैं। आगे भविष्य में हमें गंभीर परिस्थितियों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए जल संरक्षण
और भू-जल संवर्धन बहुत जरूरी है। इसके लिए सौर्य ऊर्जा ने जल संरक्षण अभियान चलाया
गया है। जिसके तहत तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। उन्होने कहा कि यदि
हमें भविष्य में जल संकट का सामना करने से बचना है, तो अभी से जल संरक्षण की दिशा में
काम करना होगा। जल संरक्षण अभियान के तहत तालाबों के चारों तरफ पक्का निर्माण होगा।
बैठने के लिए बेंच आदि लगाए जाएंगे। यही नहीं जहां तालाब के बीच में एक कुंए का भी
निर्माण करवाया है। आकर्षक पेड़ पोधो के साथ पाथवे का निर्माण कराया जाएगा, ताकि गांव
के बड़े बूढ़ो और दूर दराज से आने वाले सोलर पार्क के पर्यटकों को आनंदित हो सके।
सौर्य ऊर्जा के
स्नेहल व्यास ने बताया की पशु पक्षियों के लिए नई पशु खेली का निर्माण और पशु खेली
की सम्पूर्ण मरमत की जाएगी और एक नए जीएलआर का भी निर्माण करवाया जाएगा और कुछ पुराने
जीएलआर की रिपेयरिंग भी करवाई जाएगी। सार्वजनिक जल स्रोतों पर सबका अधिकार होता है
जैसे पशु - पक्षी और सभी के लिए ये उपलब्ध रहता है।