बाप न्यूज : अखेराज खत्री | बेलदारों की ढाणी कानसिंह की सिड्ड में सोमवार को डीएस ग्रुप की डीएमएचआर परियोजना तथा ग्राविस उप केंद्र बाप के सहय...
बाप न्यूज : अखेराज खत्री |बेलदारों की ढाणी
कानसिंह की सिड्ड में सोमवार को डीएस ग्रुप की डीएमएचआर परियोजना तथा ग्राविस उप केंद्र
बाप के सहयोग से एक दिवसीय खड़ीन रखरखाव प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। शिक्षण में
5 गांवों के 50 लोगों ने भाग लिया। संदर्भ व्यक्ति दीपक सोनकर ने बताया कि सामान्य
वर्षा होने पर खड़ीन क्षेत्र में अनाज तथा चारे की फसलों का उत्पादन बिना खड़ीन वाली
भूमि से दो से तीन गुना अधिक होता है। कम वर्षा होने पर भी खड़ीन क्षेत्र में पशुओं
के चारे का उत्पादन अवश्य हो जाता है। बिना खड़ीन वाले क्षेत्र में उत्पादन जबकि ना
के बराबर होता है। खड़ीन क्षेत्र में पानी के साथ बारीक तथा उपजाऊ मिट्टी के कण आकर
जमा होते रहते हैं, वहां खेत को लंबे समय तक नमी बने रहने के कारण सूक्ष्मजीव क्रिया
माइक्रोबीएल एक्टिविटी तेज हो जाती है। इससे खडीन क्षेत्र की मिट्टी अधिक उपजाऊ हो
जाती है।
सहायक संदर्भ व्यक्ति
सचिन ने बताया खड़ीन हमारे लिए बहुत उपयोगी है। क्षेत्र पर्यवेक्षक मनीष बालोटिया ने
बताया कि खडीन तकनीक के अच्छे परिणाम पाने के लिए आगौर में पेड़ पौधे लगाने चाहिए।
पालतू जानवरों को कुछ हद तक आगोर में चराने के लिए ले जाएं। जानवरों का मल खेती क्षेत्र
में खाद का कार्य करता है। खडीन क्षेत्र में तेज वर्षा होने से बहाव के साथ रेतीली
मिट्टी, कंकड़, पत्थर आदि बहकर खडीन वाले क्षेत्र में आ जाते हैं। इस वजह से खडीन को
समय-समय पर साफ करते रहे। खडीन पाल को मरम्मत करते रहे तथा वंहा पेड़ पौधे लगाएं। प्रशिक्षण
में रूखमणी बिश्नोई, अमानाराम, चेलाराम, सुवादेवी,
लीलाधर, भगवानाराम, जीवणराम, सरोज, खेती, भीखाराम, जगदीश, सुमन, छोटी, गायत्री आदि
मौजूद रहे।