ट्रैप पटवारी लाल घेरे में
ट्रैप पटवारी लाल घेरे में |
देदासरी निवासी अलाबराया ने हल्का पटवारी मोहनलाल पालीवाल के विरूद्ध खेत के खसरा की तरमीम सही करने की एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी में दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया था कि पटवारी ने खसरा नंबर 4 की तरमीम सही करने की एवज में 20 हजार रूपये मांगे थे। उसने 14 हजार रूपये दे दिये। शेष 6 हजार रूपये के लिए वह परेशान कर रहा है। 31 अगस्त को एसीबी के सत्यापन में पटवारी ने 14 हजार रूपये लेना स्वीकार कर लिया। शेष 6 हजार रूपये के लिए परिवादी अलाबराया ने पटवारी से कुछ राशि करने का आग्रह किया तो पांच हजार रूपये पर सहमति बन गई। इसके बाद एवीसी ने पटवारी को ट्रेप करने के लिए जाल बिछा दिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की स्पेशल यूनिट जोधपुर इकाई ने परिवादी की शिकायत पर एसीबी, जोधपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस सवाई सिंह गोदारा के सुपरवीजन में एसीबी स्पेशल यूनिट जोधपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन होने के बाद पुलिस निरीक्षक मनीष वैष्णव एवं उनकी टीम ने शनिवार को बाप में ट्रेप कार्यवाही करते हुए मोहनलाल पालीवाल को परिवादी से 5 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी टीम ने बताया कि आरोपी पटवारी द्वारा परिवादी से पूर्व में ही 14 हजार रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर चुका था। टीम में पुलिस निरीक्षक मनीष वैष्णव, कांस्टेबल भंवरलाल, अर्जुनसिंह, गणेश, प्रकाश, खम्माराम आदि शामिल थे।
किराए पर कमरा लेकर चला रहे थे निजी कार्यालय
पटवारी मोहनलाल पालीवाल नूरे की भुर्ज के पटवारी है। इसके अलावा देदासरी हल्का का अतिरिक्त चार्ज है। पालीवाल ने बाप में महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय के सामने एक कमरा किराये पर रखा है। जंहा व अपना निजी ऑफिस चलाते है। एसीबी की टीम ने वंही पर उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा। टीम ने पटवारी के आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी भी ली।