गौपुत्र सेना ने किया निराश्रित गोंवश पर छिड़काव, फिटकरी व नीम की पत्तियों से बनाया घोल बाप न्यूज़ | संक्रामक लंपी स्किन डीसीज बीमारी से गौवं...
बाप न्यूज़ | संक्रामक लंपी स्किन डीसीज बीमारी से गौवंश की हालत दयनीय बनी हुई है। निराश्रित गोवंश सहित पालतू गोवंश इसकी चपेट में आ गए है। उपचार के अभाव में गाेवंश दम तोड़ रहा है। गोवंश को इस बीमारी से बचाने के लिए तरह तरह के जतन किये जा रहे है। बाप कस्बे में भी यह बीमारी पिछले कुछ दिनों में बड़े स्तर पर फैल चुकी है। बीमारी ज्यादा अब ज्यादा नहीं फैले इसके लिए गो पुत्र सेना टीम ने एक विशेष घोल बनाकर उसका छिडकाव पशुओ पर करना शुरू किया है। गोपुत्र सेना के सुशील हिंदू ने बताया कि यह संक्रामक बीमारी है। बताया जा रहा है कि यह बीमारी मक्खी के माध्यम से एक दूसरे पशुओं में फैल रहा है। इसलिए मंगलवार से गौवंश पर छिड़काव कार्य शुरू किया है।
30 किलो फिटकडी व 3 किलो नीम की पत्तियों के पेस्ट से सात हजार लीटर घोल तैयार किया है। इसके छिड़काव के बाद मक्खी या अन्य कीट पशुओं पर नहीं बैठ रहा है। सुशील ने बताया कि इस बीमारी की वाहक मक्खी को माना जा रहा है। घोल के छिड़काव से बीमारी की गति तो रुकेगी। ये किसी गौशाला द्वारा उपयोग में लिया हुआ आयुर्वेदिक उपचार है। मंगलवार को गुंगेत का मगरा, कानासर रोड़, सर तालाब क्षेत्र में मिले 100 से अधिक निराश्रित गोवंश पर उक्त घोल का छिड़काव किया गया। बुधवार को गोशाला में गोवंश पर छिड़काव किया जाएगा। देवीलाल पालीवाल, महेश जोशी, सुशील पालीवाल, दिनेश बजरंगी, मनोज लोहिया, देवकिशन पालीवाल, महेश जोशी, युवराज राजपुरोहित, सुशील, घनश्याम पालीवाल, मोती, पुखराज आदि सहयोग कर रहे है।