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जाळ के पेड़ पर दो कट्टों पर बांध रखे थे हिरणों के शव

खून रिसने से लाल हुआ जाळ का पेड, वन विभाग ने किया अज्ञात शिकारियों के विरूद्ध मामला दर्ज बाप न्यूज़ | उदट नोखड़ा सड़क मार्ग के पास एक जाल के प...


खून रिसने से लाल हुआ जाळ का पेड, वन विभाग ने किया अज्ञात शिकारियों के विरूद्ध मामला दर्ज

बाप न्यूज़ | उदट नोखड़ा सड़क मार्ग के पास एक जाल के पेड़ से खून धारा व आसपास जमीन पर खून बिखरा पड़ा था। वही जाल के अंदर से बदबू आ रही थी। सड़क से गुजर रहे राहगीरों ने खून बिखरा देख सकते में आ गए। राहगीरों ने तुरंत चाखू थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थानाधिकारी जमील खां मय टीम मौके पर पहुंचे तथा जाल से बहे खून को देखकर पेड़ का बारीकी से मुआयना किया। पेड़ के ऊपर खीप व बुवाणी की झाड़ी से ऊपर कुछ ढका हुआ था। थानाधिकारी ने खींप को हटाकर देखा तो एक प्लास्टिक का कट्टा खून से लथपथ लटक रहा था, जिससे खून रिसा था। उस प्लास्टिक कट्टे को पेड़ से नीचे उतारकर देखा तो उसके अंदर दो अलग अलग प्लास्टिक कट्टे थे, जिसमें दो  चिंकारो के शव मिले। शव कई दिनों का पुराना था, जिस कारण उससे बदबू आ रही थी। 

थानाधिकारी की सूचना पर बाप क्षेत्रीय वन अधिकारी घेवरराम भील मय जाप्ता वंहा पहुंचे। रेंजर ने पुलिस की मौजुदगी में दोनों शवो को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए रेस्क्यू सेंटर आऊ पोस्टमार्टम के ले गए। वंहा डॉक्टर टीम ने दोनो हिरणों के शवों का पोस्टमार्टम किया। वन विभाग ने अज्ञात शिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु की है।

प्लास्टिक कट्टे में शिकार कर सोलर प्लांट में बेचने का आरोप - 

चिंकारों की गर्दन व पैर तोड़कर प्लास्टिक कट्टो में अलग अलग बांधकर फिर एक कट्टे में बांधकर पेड़ पर रखने का मामला संदिग्ध लग रहा है। क्योंकि शिकार गिरोह शिकार करने के बाद पैक करके बेचने की फिराक में थे। जीव प्रेमियों का आरोप है कि सोलर प्लांट में शिकारी चिंकारों का शिकार कर बेच रहे है।

खून से पूरे जाल का पेड़ हो गया था लाल -

जाल पर रखे कट्टे में चिंकारों के शव से रिसे खून से पूरा जाल का पेड़ खून से लाल हो गया था। डॉक्टरों का कहना है कि मृतक पशु के शरीर से खून दो तीन घंटे तक ही बह सकता है। ऐसे में मृतक चिंकारे को आस पास ही मारकर पेड़ पर रखे गये है। जीव प्रेमियों का आरोप है कि धार्मिक भावना को आहत पहुंचाने के लिए खून को पेड़ पर बहाया। महंत भगवानदास जाम्भा व सन्त बलदेवानंद ने कहा कि क्षेत्र में दिनो दिन शिकार की घटना बढ़ रही है। शिकारी चैलेंज कर शिकार कर रहे है। ऐसे खून की नदी बहा कर धार्मिक भावना को आहत पहुंचाया गया है। संतो सहित वन्य जी प्रेमियों ने शिकारी गिरोह का खुलासा कर कार्यवाही करने की मांग की गई। इस दौरान वनपाल हासम खां, सहायक वनपाल पपुराम, सहायक वन पाल राजूराम, फकरदीन सहित वन्य जीव प्रेमी मोहनसिंह, रामचंद्र उदट, रमेश सहित बड़ी संख्या में जीव प्रेमी उपस्थित थे।

जिस तरह से सोलर प्लांट में पर्यवारण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
भविष्य में क्षेत्र के लोग शुद्ध हवा के लिए लड़ेंगे। इसलिए आज अगर जीव व जंगल को नही बचाया तो क्षेत्र के लोगों को पलायन करना पड़ेगा। 

 

पांचाराम डारा, प्रदेशाध्यक्ष श्री गुरुदेव जम्भेश्वर भगवान जीव रक्षा पर्यवारण संस्थान