सरपंच के साथ 50 से अधिक महिलाओं ने किया तालाब पर जलीय घास निकालने का श्रमदान सरपंच पालीवाल ने कहा - सभी के सहयोग से सुधरेगी तालाबो की सेहत ...
सरपंच के साथ
50 से अधिक महिलाओं ने किया तालाब पर जलीय घास निकालने का श्रमदान
सरपंच पालीवाल ने
कहा - सभी के सहयोग से सुधरेगी तालाबो की सेहत
बाप न्यूज | भीषण गर्मी में पानी का उठाव अधिक होने की वजह से कस्बे के एतिहासिक तालाब में पानी दिनों दिन कम होता जा रहा है। जिससे तालाब के पानी में उगी जलीय घास बहुतायत में पसर गई है। यही कारण है कि अब पानी गंदा सा दिखने लगा है। शुक्रवार को इस ऐतिहासिक मेगराजसर तलाब की साफ सफाई की अनूठी पहल करते हुए स्थानीय महिला सरपंच लीलादेवी पालीवाल स्वयं आगे आई तथा तालाब से जलीय घास बाहर निकालने की शुरूआत की। सरपंच की इस पहल पर गांव की अन्य महिलाएं व पुरूष भी आगे आ गए। सरपंच पालीवाल ने कहा कि तालाब में उगी जलीय घास के कारण पानी खराब हो रहा। इसलिए उसे बाहर निकालना बहुत जरूरी है। सरपंच पालीवाल ने कहा कि तालाब हमारी धरोहर हैं। हमें सबको इनकी देखभाल स्वयं का समझकर करनी होगी। सरोवर सुरक्षित रहेंगे तो वर्षा जल एकत्र होगा। उस जल से प्राणी मात्र को लाभ होगा। हजारो जीव जंतु तालाबो के पानी पर निर्भर है। हमारे गांव का तालाब सौन्दर्यकरण में पीछे नही रहेगा। आमजन के सहयोग के साथ सरकारों से धन जुटाया जाएगा। अपने इस मेघराजसर तालाब को जिले का मॉडल तालाब बनाना है। सरपंच ने पुरानी परम्पराओ को पुनः जीवित करने की बात करते कहा कि एकादशी, अमावस्या को माताएं तालाब पर जाकर श्रमदान करती थी, जिससे तालाब निखरते थे। तालाब हमारी सामलाती संपति है। सरपंच के साथ 50 से अधिक महिलाओ ने जलीय घास निकालने का काम किया। जलीय घास निकालने का कार्य जारी रहेगा।
सरपंच की अपील
सरपंच लीला देवी
जगदीश पालीवाल ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वैशाख का पुण्य मास चल रहा है और इस
माह में यदि हम थोड़ा सा भी तालाब नाडी के लिए श्रम दान करें, तो हम बहुत बड़े पुण्य
के भागी होंगे। इसलिए आमजन से आग्रह है कि शनिवार सुबह 7 बजे मेघराजसर तालाब पर श्रमदान
करने के लिए सभी ग्रामवासी पधारें। सभी मिलकर एक साथ मेघराजसर तालाब में छोटी-छोटी
जलीय घास को श्रमदान से साफ सुथरा बनाएं।