बाप न्यूज़ : अशोक कुमार मेघवाल | फलोदी कस्बे के ज्योतिष शिविर बोहरा सत्य श्री त्रिकालस्वामी द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अवतरण...
वर्तमान में रामाब्द 7657 व्यतित हो चुके है।ग्रेगोरीयन कैलेंडर जो वर्तमान में जिस प्रकार से प्रचलन में है, उसके आधार पर पर यदि यह तब भी होता तो 20 दिसम्बर की तिथी होती और ईस्वी पूर्व 5637 वर्ष होता, अर्थात 20 दिसम्बर 5637 ईस्वी पूर्व श्री रामावतार की तिथी होती। इस अवसर पर धर्म संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष 1008 आचार्य राजेश्वर, राष्ट्रीय संयोजक अरुण मालू, कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. शंकर शर्मा, गोविंद अग्रवाल एवं देश के विभिन्न धर्मपीठों के संत-महंत जिसमें अयोध्या से स्वामी करपात्री, कटरा जम्मू से चैतन्य स्वामी, जत्ती महाराज आदि की उपस्थिति रही।
उल्लेखनीय है की त्रिकालस्वामी ज्योतिषीय संकेतो एवं गणनावों से इतिहास की तिथियों एवं कालक्रम का प्रामाणिक शोधन कर रहे है, वे शीघ्र ही महाभारतकालीन तिथियां एवं वीर विक्रमादित्य तथा शंकराचार्य की जन्मतिथियां प्रमाणिकता से प्रस्तुत करेगें जिन पर अभी शोध चल रहा है। भगवान श्रीराम के जन्म के संबंध में प्रमाणिक तिथी उपलब्धता से सभी ने खुशी व्यक्त की।