जीतने के बाद खुशी जाहिर करती मौन कंवर व अन्य
जीतने के बाद खुशी जाहिर करती मौन कंवर व अन्य |
बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस का नहीं बना प्रधान
बाप न्यूज | बाप पंचायत समिति में प्रधान चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ। स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस अपना प्रधान नहीं बना पाई। कांग्रेस प्रत्याशी एक मत से चुनाव हार गई। निर्दलीय मौन कंवर ने कांग्रेस प्रत्याशी पूनम कंवर को एक मत से हरा दिया। हंालाकि मौन कंवर भाजपा
प्रत्याशी के रूप
में सदस्य का चुनाव जीती थी। कांग्रेस की अंदरूंदी कलह को देखते हुए भाजपा ने मौन कंवर
को निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतार कांग्रेस का साथ लेकर अपना प्रधान बना
दिया।
यंहा पंचायत समिति परिसर में स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में सुबह 10 बजे निर्वाचित सदस्यों की बैठक के बाद कांग्रेस से पूनम कंवर, वैशाली पालीवाल व सुशीला विश्नोई ने पर्चा दाखिल किया था। इसके अलावा मौन कंवर ने निर्दलीय के रूप में पर्चा भरा। निर्वाचन अधिकारी व एसडीएम हरिसिंह देवल ने बताया कि वैशाली पालीवाल व सुशीला विश्नेाई ने अपना पर्चा वापिस ले लिया था। एक बजे के बाद चुनाव चिन्ह आवंटन किये गए। तीन बजे मतदान शुरू हुआ, जो सवा चार बजे तक चला। सभी सदस्यों के वोट होने के बाद परिणाम घोषित कर दिया गया। सिंह ने बताया कि मौन कंवर को 9 तथा पूनम कंवर को 8 मत मिले। एक मत से मौन कंवर विजयी रही।
सुरक्षा व्यवस्था
के माकुल बंदोबस्त
प्रधान चुनाव को
देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के माकुल बंदाेबस्त किये गए थे। बाप थाना पुलिस के अलावा
अन्य थानाें से भी पुलिस जवान तैनात किये गए थे। थानाधिकारी देरावरसिंह सुरक्षा व्यवस्था
पर नजर बनाए हुए थे। पंचायत समिति परिसर व बाहर बेरिकेट्स लगा दिये गए थे। जिससे लोगों
की भीड़ काफी दूर रही।
खुशी से झुम उठे समर्थक
मौन कंवर रतनसिंह धोलिया की जीत की खबर मिलते ही उनके समर्थक खुशी से झुम उठे। एक दुसरे का मूंह मीठा करवाने के साथ आतिशबाजी करके खुशियां बनाई गई। प्रधान निर्वाचित होने के बाद उन्होने यंहा भैरू बाबा मंदिर में धोक लगाई। भाजपा के बाप पंचायत समिति पर्यवेक्षक गुमानसिंह राजपुरोहित, भाजपा मंडल अध्यक्ष हरि माडपुरा, मगसिंह भाटी, किशनलाल पालीवाल, नरेंद्रसिंह शेखावत, ठेकेदार मोहनराम, ठेकेदार दिनेश जालाणी, हनुमान अमरानी, विजय तंवर, महेश के पालीवाल, महेंद्र शर्मा सहित पार्टी समर्थकों ने खुशी जताई।
कांग्रेस ने दोहराया
इतिहास, नहीं बन पाया प्रधान
बाप में कांग्रेस के साथ आखिर वहीं हुआ,जो इतिहास बता रहा है। बाप पंचायत समिति में कुल 17 में से 12 सदस्य कांग्रेस के होने के बाद भी कांग्रेस का प्रधान नहीं बन पाया। बाप पंचायत समिति में कांग्रेस का इतिहास रहा है कि बहुमत हासिल करने के बाद भी कांग्रेस का बागी ही प्रधान बना है। लेकिन इस बार निर्दलीय ने बाजी मार दी। भीतरी घात होने की वजह से बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस ने जिसको टिकट दिया, वह प्रधान नहीं बन पाया। निर्दलीय मौन कंवर रतनसिंह धोलिया को चार भाजपा सदस्यों के तथा पांच कांग्रेसी सदस्यों ने मत मिले।