बाप कस्बे में उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते निजी शिक्षण संस्थान संचालक बाप में निजी विद्यालय संचालकों ने किया प्रदर्शन, निजी ...
बाप कस्बे में उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते निजी शिक्षण संस्थान संचालक |
बाप में निजी विद्यालय संचालकों ने किया प्रदर्शन, निजी स्कूलों ने कहा- बिना फीस चुकाए विद्यार्थियों का दूसरे स्कूलों में जाने का रास्ता खोला
बाप न्यूज | स्कूल शिक्षा परिवार (निजी स्कूल संघ) बाप ब्लॉक की आम बैठक सोमवार को क्रीश विंस एंगल में ब्लॉक अध्यक्ष प्रेम पालीवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बिना टीसी अन्यंत्र स्कूल में प्रवेश दिय जाने के आदेश पर आक्रोश जताया। बैठक के बाद निजी शिक्षण संस्थान संचालकों ने उक्त आदेश को वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम महावीर सिंह उपखण्ड अधिकारी व सीबीईओ मनफुलसिंह को सौंपा।
स्कूल शिक्षा परिवार ब्लॉक
बाप अध्यक्ष प्रेम पालीवाल ने बताया कि प्रदेश के किसी भी स्कूल में अब प्रवेश के लिए
स्थानांतरण प्रमाण पत्र किसी की जरूरत नहीं होगी। इसके साथ ही अन्य डॉक्यूमेंट के बिना
भी छात्रों को प्रवेश दे दिया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी इस आदेश
के बाद निजी विद्यालय संचालकों में गहरा आक्रोश है। दरअसल निजी स्कूल में भय है कि
बिना किसी प्रवेश दे दिए जाने से बिना फीस जमा कराए ही उनके विद्यार्थी अब अन्य स्कूलों
में चले जाएंगे। ऐसे में उनकी बकाया फीस डूब जाएगी। कोरोना काल में आर्थिक परेशानी
से जुझते निजी शिक्षण संस्थानों पर यह गहरा कुठाराघात किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि माध्यमिक
शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को बिना किसी और
अन्य दस्तावेजों के बिना ही अस्थाई प्रवेश देने के आदेश दिए हैं। इस आदेश में शिक्षा
का दूर अधिकार कानून का हवाला देते हुए बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा से जोड़ने की बात
कही गई है। निजी स्कूलों के संगठन स्कूल शिक्षा परिवार के संयोजक अनिल शर्मा के एक
ऑडियो संदेश जारी करने के बाद आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन में बिना किसी टीसी
सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दे दिए जाने के आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए चेतावनी
दी कि यदि उक्त आदेश को वापस नहीं लिया गया तो जिला स्तरीय बैठकें आयोजित कर प्रदेश
स्तरीय आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। प्रदर्शन में ब्लॉक अध्यक्ष प्रेम पालीवाल,
निर्मल सेन, सुरेश सियाग, सुरेश गोदारा, राजेश पालीवाल, महेश दान चारण, दिलीप दान,
मोहनसिंह, रामनिवास, राजाराम, गोपी राम, छतर सिंह, नरेंद्र सिंह, कैलाश सहित कई निजी
शिक्षण संस्थान संचालक मौजूद रहे।