बाप न्यूज | दूसरा दशक के तत्वावधान में भीलों की ढाणी, अखाधना में तीन दिवसीय किशोरियों का प्रशिक्षण शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। इस गैर आवासीय ...
पन्द्रह वर्षीय लीला ने कहा
कि मां दुनियां की एक अनोखी चीज है जिसे पैसों से नहीं खरीदा जा सकता और मां ही एक
कड़ी है जो पूरे परिवार को एक धागे में पिरोये रखती है। किशोरी दुर्गा ने कहा कि प्रशिक्षण
में हमने स्वस्थ मां के बारे में गहराई से जानकारी हासिल की। जिसमें हमने मां के स्वास्थ्य
से जुड़ी तकलीफों को जाना और महसूस किया कि हमारी मां को कितनी तकलीफें होती है लेकिन
मां कभी अपनी तकलीफों के बारे में किसी को नहीं कहती। गीता कहती है कि मैंने अठारह
साल में कभी भी अपनी मां के बारे में इतना गहराई से नहीं सोचा जितना मां का चित्र बनाते
हुए मां को जाना। खुशाल ने समूह कार्य के प्रस्तुतीकरण के दौरान गर्भवती महिलाओं की
देखरेख के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम भी हमारी ढाणियों की गर्भवती महिलाओं
के पोषण एवं टीकाकरण का पूरा ध्यान रखेंगी।
प्रशिक्षण में अमरू चौधरी
ने गर्भवती महिला को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया
कि हमें गर्भवती महिला का ममता कार्ड बनवाकर उसे सम्पूर्ण सुविधाओं का लाभ दिलवाने
का प्रयास करना है। प्रशिक्षण के दौरान ओमा, विमला, पाला, सन्तु, कमला आदि किशोरियों
ने स्वस्थ मां अभियान से सम्बंधित अपने-अपने अनुभव साझा किये। प्रशिक्षण में दूसरा
दशक के हीराराम ने सहयोग प्रदान किया।