बाप एसडीएम से मिला पीड़ित परिवार, एसडीएम ने दिये तहसीलदार को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश बाप न्यूज़ | बाप क्षेत्र में खातेदारी जमीन भी सु...
बाप एसडीएम से मिला पीड़ित परिवार, एसडीएम ने दिये तहसीलदार को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश
बाप न्यूज़ | बाप क्षेत्र में खातेदारी जमीन भी सुरक्षित नहीं है। राजनीतिक पहुंच रखने वाले दंबग भू माफिया जबरन खातेदारी खेत पर ही कब्जा जमा रहे है। ऐसा ही एक मामला कानासर क्षेत्र का सामने आया है। कानासर का दलित किसान परिवार की 13 बीघा खातेदारी भूमि पर दबंग भूमाफिया ने जबरन कब्जा जमा रखा है। जिस वजह से उसके पास खेत होते हुए भी खेती नहीं कर पा रहा है। किसान परिवार ने पुलिस में भी शिकायत की, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। पीड़ित तब से लगातार तहसीलदार से लेकर जिला मुख्यालय तक चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी कंही सुनवाई नहीं हो रही है। एक बार फिर पीड़ित परिवार ने बाप उपखंड अधिकारी महावीरसिंह के समक्ष पीड़ा बयां करते हुए उसकी तरमीम शुदा खातेदारी भूमि भू माफियाओं से मुक्त करवाने की मांग की है।
पीड़ित छोटूराम पुत्र मानाराम मेघवाल, निवासी कानासर ने बताया कि उसकी खातेदारी तरमीम शुदा जमीन (खेत) खसरा नंबर 219/4 रकबा 15, हनुमान नगर में स्थित है। उक्त खेत में सिंचाई के लिए भड़ला माइनर से पानी मिलता है। 30 जून 2021 को दोपहर 12 बजे उसकी मां, पत्नी व दो भाई खेत में बुआई करने गए थे। इनके साथ गांव के ही मेघवाल समाज के पांच मौजूज लोग साथ थे। उस समय आरोपी अर्जुनराम पुत्र फगलूराम जाति विश्नोई निवासी (नेवा) कानासर, इनकी पत्नी तथा दो पुत्र कैलाश व प्रकाश एक राय वंहा आ गए। उन्होने आते ही उसके परिवार को जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने के साथ लडाई झगड़ा शुरू कर दिया। बुआई के लिए ट्रैक्टर चालु किया तो अर्जुनराम की पत्नी ट्रेक्टर के आगे आकर बैठ गई। सूचना देने पर बाप थाने से बीट कांस्टेबल रामस्वरूप विश्नोई शाम 5 बजे घटना स्थल पर पहुंचे। बीट कांस्टेबल के कहने पर खेती शुरू की तो अर्जुनराम का पूरा परिवार बीट कांस्टेबल के सामने भी लडाई झगड़ा करने को उतारू हो गया। अर्जुननराम की पत्नी ट्रेक्टर के आगे आकर बैठ गई। बीट कांस्टेबल ने समझाईश कर सभी को अपने अपने घर भेज दिया।
2015 से न्याय के लिए भटक रहा दलित परिवार
पीड़ित ने बताया कि उसकी खातेदारी भूमी पर गांव में रहने लगे अर्जुनराम विश्नोई जबरदस्ती घुस गया था। वर्ष 2020 में खेत में फसल बुवाई करने गए तब अतिक्रमणकारी ने उसके साथ मारपीट, गाली गलोच कर खेत से बाहार निकाल दिया। जिसका मुकदमा 11 नवम्बर 2020 को पुलिस थाना बाप में एससी-एसटी एक्ट के अन्तर्गत दर्ज होकर चलान हुआ, जो कोर्ट में पेंडिग चल रहा है। मुकदमा दर्ज हाेने के बाद पुलिस उप अधीक्षक ने बाप तहसीलदार को पत्र लिख कर भूमि के मालिक का पता करने के लिए पत्र लिखा था। जिस पर बाप तहसीलदार ने पत्र क्रमांक 4306/27 नवंबर 2020 में पटवारी रिपोर्ट संलग्न कर बताया था कि उसका तरमीमशुदा खातेदारी खेत है। जिसमें अर्जुनराम गैर कानूनी तरीके से कब्जा कर बैठा है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि उक्त पूरे खसरे मे कही भी आरोपी का खेत नही है। अर्जुनराम की जातीय दबंगता, राजनैतिक पहुंच है। इस कारण वह 2015 से न्यायसंगत कार्रवाई के लिए दर-दर भटक रहा है लेकिन अभी तक न्याय नही मिल रहा है।
समता सैनिक दल शाखा बाप अध्यक्ष गणपत भाट ने भी बाप एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर दलित किसान की खसरा नं 219/4 रकबा खातेदारी तरमीम शुदा भूमि से अतिक्रमण हटाने व खेत बुवाई करने की इजाजत दिलवाने की मांग है।
तहसीलदार ने आरआई व पटवारी से रिपोर्ट मांग ली है। रिपोर्ट में यह साबित होता है कि ये जमीन छोटूराम की है, तो तहसीलदार 183बी मे प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करेंगे। - महावीरसिंह, एसडीएम बाप।