04 बाप. उपखंड अधिकारी महावीरसिंह से मिलते ग्रामीण
04 बाप. उपखंड अधिकारी महावीरसिंह से मिलते ग्रामीण |
अतिक्रमण हटाने की मांग करते हुए दी आंदोलन की चेतावनी
बाप कस्बे के निकट राजस्व गांव भोजो की बाप चक नम्बर 2 में खसरा नंबर 21 रकबा 463 बीघा गोचर भूमि है। कस्बे के निकट व हाइवे से सटी होने की वजह से भू माफियाओं की नजर लंबे समय से लगी हुई है। शनै शनै शुरू हुआ अतिक्रमण का दौर अब पक्के निर्माण में बदलने लगा है। इसी खसरे के निकट हैलीपेड भी बना हुआ है। शिकायत के बाद भी प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं देने की वजह से बेश कीमती गौचर भूमि पर कच्चे पक्के अतिक्रमणों की संख्या दिनो दिन बढती जा रही है। गौचर भूमि पर अतिक्रमण होने से पशुधन के लिए चरने की जगह ही नही बची।
पूर्व उप प्रधान जगदीश पालीवाल, गौ सेवक चैनसिंह भाटी, अशोक चांडक, देवकिशन पालीवाल, मोहनलाल पालीवाल, राणुलाल कुमावत, गौपुत्र सुशील कुमार हिन्दू, नरपत माली, विजय कुमावत, भोमराज, हुकमीचंद, अशोक, सुरेश कुमार, जगदीश चांडक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी महावीरसिंह को बताया कि पूर्वजों ने प्राचीन काल में गांव की गायों व अन्य पशुधन के चरने के लिए गोचर भूमि छोड़ रखी है। गोचर भूमि पर सेवण सहित कई प्रकार की घास का उत्पादन कर उसमें पशुधन को चरने के लिए छोड़ दिया जाता था। लेकिन बीते कुछ वर्षो में उक्त भूमियां भूमाफियो की वजह से अतिक्रमण की जद में आ गई।
गौवंश के चरने व हरी सेवण
घास उत्पादन कर संकट मंडराने लगा है। भूमाफियाओं ने उक्त भूमियों पर निर्माण करने के
साथ-साथ तारबंदी आदि कर घेर लिया है। स्थानीय गौभक्त चैनसिंह भाटी सहित अन्य ग्रामीण
कई वर्षो से उक्त भूमि को तिक्रमण मुक्त कराने की मांग करते आ रहे है, लेकिन कार्यवाही
नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने चक नम्बर-2 के खसरा नम्बर 21 में व बाप कस्बा व जैतड़ासर,
बोहरानाड़ा आदि में गौचर भूमि पर किये गये अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उपखंड अधिकारी
सिंह ने ग्रामीणेां को कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है।