बाप न्यूज़ : अशोक कुमार मेघवाल | फलोदी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती तहसील मुख्यालय बापिणी में स्थित श्री हंस निर्वाण शिक्षा निकेतन पब्लिक स्कू...
बाप न्यूज़ : अशोक कुमार मेघवाल | फलोदी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती तहसील मुख्यालय बापिणी में स्थित श्री हंस निर्वाण शिक्षा निकेतन पब्लिक स्कूल बापिणी खुर्द के परिसर में मंगलवार को समता सैनिक दल तहसील शाखा बापिणी के तत्वावधान में संविधान निर्माता बाबा साहेब डाॅ. अम्बेडकर भीमराव अम्बेडकर की 130 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर जंयती समारोह का आयोजन लोहावट विधायक किसनाराम विश्नोई के मुख्य आतिथ्य में हर्षोल्लास के साथ सम्पन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब डाॅ. अम्बेडकर की तस्वीर पर पुष्पाजंली अर्पित कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक किसनाराम विश्नोई ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ.अम्बेडकर ने भारत का संविधान बनाकर उसमें वंचितों, दलितों एवं महिलाओं के लिये संवैधानिक अधिकारों का प्रावधान किया। विधायक विश्नोई ने बाबा साहेब के आदर्शो को जीवन में अपनाने तथा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढने का आह्वान किया है।
विश्नोई ने कहा कि देश में मजबूत लोकतंत्र भारत के संविधान की देन है। विश्नोई ने उपस्थित जन समुदाय को भरोसा दिलाया कि शीघ्र ही बापिणी, लोहावट तथा देचू तहसील मुख्यालय पर समाज कल्याण छात्रावास शुरू करवायें जायेगें। उन्होंने दलित समुदाय के विकास के लिये सदैव तत्पर रहने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते समता सैनिक दल के प्रदेश महासचिव गोरधन जयपाल एवं यूथ कांग्रेस नेता दिलीप चौधरी ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर विश्व के महान अर्थशास्त्री एवं समाज शास्त्री थे उन्होंने संविधान के माध्यम से देश के निर्माण में अहम योगदान दिया जिसे सदैव याद रखा जायेगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता आंनद प्रकाश सैन, तहसीलदार बाबूलाल चौधरी, समता सैनिक दल फलोदी के अध्यक्ष चंदन कुमार मेघवाल, समाज सेवी नरूराम ईशरू, मांगीलाल, गिरधारीराम भाटिया, हिम्मताराम, सरपंच तुलछाराम भील, अनोपाराम आऊ, बाबूराम, धर्माराम भाटिया, टीकूराम पंवार, बाबूलाल गोधा, प्रेमकुमार रिड़मलसर, नरुराम मतोड़ा, लक्ष्मण जयपाल, पूनम केलनसर, हंसराज, मेघराज मतोड़ा, धर्मेन्द्र पंचारिया, अचलाराम बेदू, मांगीलाल, जोगाराम भादो, सुदेश पंवार, सोनाराम सहित विभिन्न गांवों के दर्जनों गणमान्य नागरिक एवं युवा उपस्थित थे। समारोह का संचालन इमाराम मेघवाल एवं ऊर्जाराम मेघवाल ने किया। अंत में आज्ञाराम मेघवाल ने आभार व्यक्त किया।