ग्रेवल सड़क बनने से विद्यार्थियों को आने जाने में होगी सुविधा, ग्रामीणो ने जताया सैनिक पुखराज का आभार बाप न्यूज़ ◆ रामदेव सजनाणी | बाप क्षेत्र...
- ग्रेवल सड़क बनने से विद्यार्थियों को आने जाने में होगी सुविधा, ग्रामीणो ने जताया सैनिक पुखराज का आभार
बाप न्यूज़ ◆ रामदेव सजनाणी | बाप क्षेत्र के कलराबा बेरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के नजदीक से दो दो सड़कें निकलती है, लेकिन किसी भी मुख्य सड़क से स्कूल नहीं जोड़ी गई थी। स्कूल तक पथरीला व रेतीला मार्ग होने की वजह से अध्ययनरत विद्याथियों व शिक्षकों को आने जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी। छात्रों व शिक्षकों की इस पीड़ा को देखते हुए श्रीसुरपुरा निवासी सैनिक पुखराज बिश्नोई ने अपनी तनख्वाह खर्च कर अपने गांव के विद्यालय को मुख्य डामर सड़क से ग्रेवल सड़क बनाकर जोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि संभवत: पांच दशक पुराने समय से संचालित स्कूल आज भी सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ नहीं था। न ही कभी इस ओर क्षेत्र के किसी जनप्रतिनिधी या शिक्षा विभाग ने ध्यान दिया।
सैनिक पुखराज बिश्नोई ने बताया कि उनके गांव का यह विद्यालय सन् 1974 में स्थापित हुआ था। लगभग 47 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रांगण व द्वार मुख्य सड़क पथ का अभाव झेल रहा था। रेतीला एवं पथरीला रास्ता होने के कारण विद्यालय आने वाले बच्चों के अलावा बच्चों के अभिभावकों, शिक्षको को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। स्कूल की बदहाली देखकर सैनिक की विद्यालय के प्रति जनभावना जागी। सेना में कार्यरत पुखराज बिश्नोई ने अपनी तनख्वाह खर्च करके स्कूल के लिए गुणवता युक्त ग्रेवल सड़क बनाई।
कोरोना काल में इसी स्कूल को बनाया था ग्रीन एण्ड क्लीन कैम्पस
सैनिक पुखराज बिश्नोई सामाजिक सरोकार जैसे कार्य करने मे हमेशा ही आगे रहते है। कोरोना काल में पिछले एक वर्ष से उक्त विद्यालय को ग्रीन एण्ड क्लीन बनाने के लिए अपना योगदान कर रहे है। रेत में दबी विद्यालाय की चारदीवारी से रेत हटवाई। साथ ही 111 पौधे भी लगवाये। विद्यालय की चारदीवारी की उंचाई कम थी, ऐेसे में पोधों को आवारा पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए चारों तरफ कंटीली तारबन्दी भी करवाई। सैनिक पुखराज समय समय पर विद्यालय में साफ सफाई का काम करवाते है। उन्होने बताया कि वे स्वयं इसी विद्यालय में पढे है। जिस स्कूल से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व अच्छे विचार पाये है उसके लिए कुछ करना मेरा अपना फर्ज था।