बाप न्यूज़ | कस्बे स्थित जटियों का बास में सोमवार दोपहर में सूखी लकड़ियो के ढेर में लगी आग से अफरा तफरी मच गई। आग की लपटे आसमान को छू रही थी। ...
बाप न्यूज़ | कस्बे स्थित जटियों का बास में सोमवार दोपहर में सूखी लकड़ियो के ढेर में लगी आग से अफरा तफरी मच गई। आग की लपटे आसमान को छू रही थी। आसपास कच्चा आवास नही था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। आग की वजह से 50 से अधिक छीणें टुट गई।
जानकारी के अनुसार विरांगना संतोषदेवी ने अपने आवास के पास ही 12 फीट की छीणें खड़ी कर बाड़ा घेर रखा था। बाड़े के बाहरी तरफ इंद्राज व जगमाल राम की करीब 50 – 60 मण सूखी लकड़ियां दो ढेरियों में पड़ी थी। सोमवार को 11 बजे अचानक सूखी लकड़ियों में आग लग गई। घटना के समय चल रही तेज हवाओं ने आग में घी का काम किया। देखते ही देखते आग विकराल हो गई। आसमान को छूती आग की लपटें देख मौहल्ले में अफरा तफरी बच गई। जिसको जो बर्तन मिला उसी में पानी भर कर आग बुझाने में जुट गया, लेकिन तेज हवा की वजह से आग काबू में नहीं आई। पूर्व सैनिक नारायणराम, पंचायत सहायक सुरेंद्र, मुकेश कुलधर, इंद्राज, अशोक कुमार, मनीष कुमार, राकेश, अशोक, मोहनलाल बालाेटिया, कैलाश, पन्नालाल, राजू, देवीलाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौके एकत्र हो गए। पूर्व सैनिक नारायणराम ने बताया कि उप सरपंच गोपाल भट्ठड़ ने अपना पानी से भरा ट्रेक्टर टेंकर भेजा, जिसके बाद आग काबू में आई। आगजनी से सूखी लकड़ियों के साथ एक छप्पर जल गया। इसके अलावा 50 छीणें आग में तपने के बाद टुट गई। जिससे विरांगना संतोषदेवी को हजारो रूपये का आर्थिक नुकसान हुआ।