दो दिवसीय किशोरी सम्मेलन का समापन बाप न्यूज । दूसरा दशक के तत्वावधान में रविवार को दो दिवसीय किशोरी युवा सम्मेलन फलोदी के टाउन हाॅल में सम्प...
दो दिवसीय किशोरी सम्मेलन का समापन
बाप न्यूज । दूसरा दशक के तत्वावधान में रविवार को दो दिवसीय किशोरी युवा सम्मेलन फलोदी के टाउन हाॅल में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन के दो दिनों में 21 गांव की कुल 200 से अधिक किशोरियो ने भाग लिया। सम्मेलन का मुख्य विषय था “ शिक्षित लड़की उज्ज्वल भविष्य ” । सम्मेलन में 40 से अधिक किशोरियों ने अपने मन की बात कही। इन किशोरियों में से अधिकांश के लिए बड़े समूह में स्टेज पर अपनी बात कहने का यह पहला अवसर था।
उच्च शिक्षा के द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत कानासर की गरिमा तथा देदासरी की बशाीरो ने किशोरावस्था के दौरान शुरू होने वाली महावारी के वक्त रखी जाने वाली स्वच्छता तथा उसे जुड़ी भ्रान्तियों के बारे में अपनी बात कही। फलोदी की फिजा ने सम्मेलन में स्कूलों में निःशुल्क मिलने वाले सैनेट्री पेड्स की क्वालिटी का मुद्दा उठाते हुए सम्भागी किशोरियों से प्रश्न किया। उपस्थित अधिकांष किशोरियों ने सैनेट्री पेड्स की क्वालिटी को खराब बताया। सर्वसम्मति से निर्णय किया गया कि सैनेट्री पेड्स की क्वालिटी में सुधार के लिए संगठित होकर प्रयास करेंगी।
कानासर की प्रियंका, बड़ी सिड्ड की खम्मा, बड़ी ढाणी की रहमत, बाप की छोटा, फलोदी की सोनू व दीपा व्यास आदि अनेक किशोरियों ने कहा कि दूसरा दशक ने हमें न केवल घर से बाहर कदम रखने का अवसर दिया है बल्कि अपनी बात रखने की हिम्मत दी है। ओपन स्कूल के माध्यम से बरसों पहले छूटी पढ़ाई को ओपन स्कूल के माध्यम से फिर से शुरू करने वाली किशोरियों ममता मेघवाल, गीता, यास्मीन, लीला, ज्योति चाण्डा आदि ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि यदि हमें हमारी पढ़ाई में सहयोग नहीं मिलता तो हम अपने आप को मजबूत महसूस नहीं करती।
सम्मेलन में कराटे प्रशिक्षक कुमार लामा के नेतृत्व में पूजा, तुलसी, रविना, हिना, जया, आस्का, कीर्ति, रिया, उमा, श्री, पूजा भार्गव आदि किशोरियों ने आत्मरक्षा से सम्बंधित विभिन्न स्टेप्स का प्रदर्शन किया। इन किशोरियों ने चार स्तरों का पिरामिड भी बनाया। तुलसी माली ने संकट में बचने के तरीकों की जानकारी दी व सम्भागियों के विभिन्न सवालों के जवाब भी दिये। इस अवसर वेट लिफ्टर मनीषा व्यास के अनुभव सुनकर सम्मेलन की किषोरियों ने तालियों की गड़गडाहट के साथ अभिनंदन किया। खीचन की चेष्टा गोलेच्छा ने स्वच्छता को लेकर चलाये गये अभियान के अनुभवों की जानकारी दी। सम्मेलन का संचालन नैय्यर तथा ज्योति सोनी ने किया।
किशोरी सम्मेलन की प्रभारी प्रीति राठौड़ ने बताया कि इस सम्मेलन में किशोरियों ने गीत, नृत्य, कविता, रोल प्ले, मन की बात आदि द्वारा अपने विचार व्यक्त किये। सम्मेलन में युवा मंचों का निर्माण उनके द्वारा किये गये कार्यों की गतिविधियों फड़ द्वारा सभी गांवों के युवा मंचों द्वारा प्रदर्षित किया गया। दूसरा दशक के सहभागी से लेकर मजबूत कार्यकर्ता तक के सफर को तय करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए कोरोना के भय को दूर करने और सावधानियों के प्रति रोल प्ले के माध्यम से जागरूक किया गया। स्कूल बंद होने के कारण षिक्षा को जारी रखने के लिए किशोरियां छोटे मास्टर के रूप में बच्चों को अध्ययन करवा रहे हैं। इस कार्यक्रम में कंचन, शैलजा, नीलम, अमरू, इकबाल, महेष, पार्थ, विकास आदि ने सहयोग किया। दूसरा दषक के परियोजना निदेषक मुरारीलाल थानवी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि किशोरियों की मजबूती के लिए अजीम प्रेमजी इनीसिएटिवज के सहयोग से चल रहे कार्यक्रम के तहत यह सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य तथा अधिकार आत्मरक्षा, स्पोकन इंग्लिष, स्टेट ओपन से नियमित पढ़ाई, वित्तीय साक्षरता आदि मुद्दों पर विषेष रूप से कार्य किया जा रहा है।