सस्ती दरों पर आवंटित लवण भूखंडों पर अतिक्रमण कर कृषि कार्य करने की कवायद का शुरू हुआ विरोध बाप न्यूज | आर्थिक मंदी के संकट से गुजर रहे बाप ...
सस्ती दरों पर आवंटित लवण भूखंडों पर अतिक्रमण कर कृषि कार्य करने की कवायद का शुरू हुआ विरोध
बाप न्यूज | आर्थिक मंदी के संकट से गुजर रहे बाप व फलोदी नमक उद्योग पर अब अतिक्रमण की मार भी पड़ने लगी है। अतिक्रमी आसपास के लवण भूखंडों पर कब्जा कर उस पर खेती करने की कवायद शुरू कर रहे है। जिसका अन्य नमक उत्पादकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। नमक उत्पादकों का कहना है कि लगातार सिंचाई करने से कुंओं का पानी मीठा हो जाएगा। जिसका नमक उत्पादन पर भी प्रतिकुल प्रभाव पड़ेगा। द साल्ट सीटी इंडस्ट्रीज एसोिसएशन, फलोदी ने लवण भूखंडों पर किये जा रहे अतिक्रमण को हटाने, अतिक्रमण से बंद हुए रास्तों को खुलवाने की मांग की है। एसोसिएशन ने महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, बाप उपखंड अधिकारी, तहसीलदार को इस संबध में ज्ञापन भी दिया है।
द साल्ट सीटी इंडस्ट्रीज एसोिसएशन, फलोदी, अध्यक्ष एसपी बोहरा ने बताया कि उपखण्ड में पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय से चलता आ रहा नमक उत्पादन क्षेत्र खतरे में आ गया है। कुछ लोग धन व बाहुबल के जोर पर आंवटित हुए लवण भूखंडों पर भी कब्जा जमा रहे है। कब्जा करने के बाद उन पर कृषि कार्य किया जा रहा है। द साल्ट सीटी इंडस्ट्रीज एसोिसएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि लवण उत्पादन क्षेत्र में कार्यरत राधे केम फूड मलार रिण के मालिकों ने अपने आवंटित भूखंडों के अलावा सात अन्य लवण भूखण्ड 37 / 373, 31 / 379, 11 / 400 , 36 / 374 , 32 / 378 , 35 / 375 पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है। अतिक्रमण के बाद इन सभी लवण भूखंडों पर अवैध नलकूप खुदवाकर कृषि उत्पादन का कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि नमक उत्पादन क्षेत्र में पूर्ण रूप से अवैध कार्य है।
चारो ओर खाई खोद किया मार्ग अवरुद्ध
अतिक्रमी ने आसपास के अन्य लवण भूखंडों को कब्जे में लेने के बाद उसके चारो ओर तारबंदी करवा दी। इसके बाद तारबंदी के बाहर की तरफ गहरी खाई भी खोद दी। खाई की वजह से आने जाने का मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इसके अलावा फव्वारे चलाकर आसपास की जमीन भी गीली कर रहा है, ताकि नमक ढोहने वाले वाहन नहीं चल सके। वाहन गीली मिट्टी में धंस जाते है।
लीज डीड के नियमो की भी उड़ रही धज्जियां
लवण भूखंड में जब तक नमक उत्पादन नहीं होता, तब तक उसकी लीज डीड उत्पादन नहीं होती थी। आज उक्त नियम की निरीक्षण के अभाव में अवहेलना खुले आम हो रही है। लवण भूखंड सस्ती दरों पर आवंटन होता है। लेकिन यदि उसका उपयोग कृषि भूमि के रूप में किया जाता है तो वह समय दूर नहीं जब मलार व बाप रिण के लवण भूखंड बेशकीमती कृषि भूमि में परिवर्तित हो जाएंगे। लवण क्षेत्र में अंधाधुंध नलकूपो की खुदाई तथा कृषि भूमि में सिंचाई करने से आसपास के नमक कुओं के पानी में ब्राइन की अत्यधिक कमी होती है। ब्राइन की कमी से धीरे धीरे लवण कुओं का पानी मीठा होने की पृरी आशंका है। जिसका भविष्य पर नमक उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
लवण उत्पादन क्षेत्र में अतिक्रमण की शिकायत मिली है। शिकायत के बाद मौके का जायजा भी लिया है। अतिक्रमी से भी जवाब मांगा है।
अंजुला आसदेव, महा प्रबन्धक जिला उद्योग केंद्र,फलोदी