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दिग्गज उद्योग घराने अम्बानी परिवार की बहू टीना अम्बानी ने किए जांभोलाव के दर्शन

मंदिर में माथा टेकने के बाद जम्भ सरोवर पर देखी कुरजां की कलरव, टीना अम्बानी की बहने, बेटी व जंवाई थे साथ  Bap News :  देश के बड़े उद्योगपति अ...

मंदिर में माथा टेकने के बाद जम्भ सरोवर पर देखी कुरजां की कलरव, टीना अम्बानी की बहने, बेटी व जंवाई थे साथ 

Bap News :  देश के बड़े उद्योगपति अम्बानी परिवार की बहू टीना अम्बानी ने शनिवार को जांभोलाव धाम जाम्भा में गुर जम्भेश्वर भगवान के दर्शन किये। टीना अम्बानी मुकेश अम्बानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की पत्नी है। वे अपनी बहन व बेटी जंवाई के साथ जाम्बोलाव जैसलमेर से पहुंची थी। मंदिर में माथा टेकने के बाद टीना ने अपने परिवार के साथ जम्भ सरोवर पर कुरजां की कलरव को निहारा।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों से जाम्बा में सरोवर के पास बड़ी संख्या में कुरजां ने डेरा डाल रखा है। जैसलमेर में टीना अम्बानी जिस होटल में रुकी थी वंहा से उन्हें  गुरु जम्भेश्वर की तपोस्थली तथा विदेशी पक्षी कुरजां  शरणस्थली के बारे में पता चला। शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे अम्बानी परिवार बड़ी कार से जाम्भा पहुंच गए थे। वे करीब डेढ़ घन्टा जाम्बा में रुके। 
गुरु जम्भेश्वर भगवान के दर्शन करके अभिभूत हुआ अम्बानी परिवार गुरु जम्भेश्वर भगवान के अनुयायियों के बलिदान खेजड़ली की घटना ( माता अमृता देवी के नेतृत्व में 363 नर-नारी शहीद) को सुनकर स्तब्ध रह गया। टीना अम्बानी ने भी माता अमृतादेवी के बलिदान पर उन्हें श्रद्धा से स्मरण किया। 
गुरु जम्भेश्वर भगवान के दर्शन उपरांत हजारों की संख्या में कलरव करती कुरजां के बीच पूरे परिवार ने फोटो सेशन करवाया। 
पूर्व वार्डपंच रामकुमार सियाग के घर पर कुछ आराम करने के बाद कौशल गौशाला में महंत भगवानदास से आशीर्वाद लिया। साथ ही पूरी गौशाला का भ्रमण भी किया। गौशाला की उत्तम व्यवस्था देखकर टीना अम्बानी व उसका परिवार आश्चर्यचकित रह गया। 
जाम्बा से वापस जाते समय टीना अम्बानी ने कहा कि वाकई बिश्नोई कम्युनिटी अतिथि सत्कार के लिए विश्वप्रसिद्धि की हकदार हैं। अगर मौका मिला तो वे इस धरा पर दुबारा आने की कोशिश करेगी। 
जाम्भा में पूर्व वार्डपंच रामकुमार सियाग, जाम्बा ढाणी विद्यालय के व्याख्याता बुधाराम कड़वासरा के साथ जाम्बा ढाणी विद्यालय के ही व्याख्याता राजेन्द्र सिंह, डॉ. हरिराम बिश्नोई, वीरबहादुर सिंह, चौधरी बीरुराम लाम्बा, ठेकेदार धनाराम सियाग, प्रधानाध्यापक भज्जूराम, रामजस सियाग   राजूराम मांझू ने आवभगत और सत्कार किया।