भादरिया (जैसलमेर) के बाद बाप क्षेत्र में गोमूत्र अर्क की यह पहली यूनिट Bap News : महंत भगवानदास महाराज के सानिध्य में जांबा गौशाला में गोमू...
भादरिया (जैसलमेर) के बाद बाप क्षेत्र में गोमूत्र अर्क की यह पहली यूनिट
Bap News : महंत भगवानदास महाराज के सानिध्य में जांबा गौशाला में गोमूत्र अर्क बनाने की यूनिट शुरू की गई हैं। गव्यसिद्ध अनिता शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में भादरिया के बाद यह दूसरी इकाई शुरू हुई है। इसमें प्रतिदिन करीब 10 लीटर अर्क निकाला जा सकता हैं। यह इकाई गौशाला काे आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। साथ ही इस क्षेत्र के निवासियों के लिए वरदान सिद्ध होगी। डॉ. शर्मा ने बताया कि यह अर्क असाध्य बीमारियों से उपयोगी है।
शास्त्रों में जहां गाय को मां माना जाता है। वहीं गोमूत्र को धनवंतरी कहा गया है। अर्थात अकेला गोमूत्र अनेक रोगों एक साथ खत्म करने का सामर्थ्य रखता हैं। महर्षि चरक व वाग्भट ने इसे त्रिदोष नाशक बताया है। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में पाई जाने वाली गाय के गव्य भारत में अन्य क्षेत्र में पाये जानी वालाी गायों के गव्यों से श्रेष्ठ होते है। क्योंकि यहां गाये नियमित चरने जाती है। जाे स्वत्रतंत रूप से विचरण करते हुए अनेक औषधी पौधे व घास का सेवन कर सीधी सूर्य नारायण की किरणों को संपर्क में रहती है। इसलिए इनसे प्राप्त गव्य (गोमूत्र, दूध, घृत व छाछ) गुणवत्ता में अति उत्तम होते है। उन्होने कहा कि पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार लंबे समय से इस कार्य के लिए प्रयासरत थे। निकट भविष्य में इस क्षेत्र की सभी गौशालाओं में ऐसी यूनिट लगाने की योजना है। दूध व गोमूत्र के साथ गोमय पर भी कार्य किया जाएगा। जिससे हर गोशालाओं को आर्थिक दृष्टि से समृद्ध बनाया जा सके।