Bap News: मोबाइल आमजन की जीवन शैली का अहम हिस्सा बन गया है। लॉक डाउन में भी आमजन का सबसे बड़ा सहारा मोबाइल ही है। कोरोना से उपजे हालातों स...
Bap News: मोबाइल आमजन की
जीवन शैली का अहम हिस्सा बन गया है। लॉक डाउन में भी आमजन का सबसे बड़ा सहारा मोबाइल
ही है। कोरोना से उपजे हालातों से मोबाइल पर निर्भरता बढा दी है। लेकिन गांवो में
कमजोर नेटवर्क लोगो के लिए परेशानी का कारण बना हुआ हैं। राष्ट्रीय किसान संगठन जिला
उपाध्यक्ष जसाराम पूनियां ने बताया कि ग्राम पंचायत श्रीसुरपुरा
में स्थित एकमात्र टावर पर तीन-तीन कंपनियों के एंटीना लगे है। जो भारत संचार निगम
लिमिटेड, वोडाफोन और जीयो कंपनी के द्वारा संचालित किये जा रहे है। कम क्षमता या
फिर अत्यधिक उपभोक्ता भार की वजह से कुछ गांवों में नेटवर्क नहीं पहूंच पा रहा है।
अत्यधिक कमजोर नेटवर्क की वजह से रामचिमानाडा, थोरियासर, बजरंगनगर, देवलगढ,
श्रीरामपुरा सिमराथल जैसे अनेकों गांवों में फोन कोल करने के लिए भी बमुश्किल
मोबाइल नेटवर्क मिल पा रहा हैं। कहीं-कहीं तो पहूंच भी नहीं रहा है। ऐसे में लोगों
को इंटरनेट के जरिये व्यवसाय से संबंधित जानकारी , लेनदेन या जरुरी वाटसएप संदेश
भेजनें के लिए भी घर से दूर जाकर टीलों पर चढ़ना पड़ता है। इंटरनेट का महंगा रिचार्ज
करवाने के बावजूद कई उपभोक्ता उसका थोड़ा बहुत भी उपयोग नहीं ले पा रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा
विद्यार्थियों के लिए ओनलाईन पाठ्यक्रम भी तैयार कर दिया गया है।
स्कूलें भी
इंटरनेट पर अपनें छात्र-छात्राओं के लिए यूटयूब पर पठन विषय सामग्री भेज रही है।
पर गांवों में कमजोर नेटवर्क होनें से न केवल रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे
है, बल्कि छात्र-छात्राओं की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। पूनिया ने एजीएम, भारत
संचार निगम लिमिटेड तथा अन्य नेटवर्क सेवा प्रदाता कंपनियों के अधिकारियों को ई मेल
भेज यथाशीघ्र मोबाईल नेटवर्क दुरुस्त करनें की मांग की है।