Bap New s: फलोदी उपखंड क्षेत्र की निकटवर्ती ग्राम पंचायत शैतानसिंह नगर तथा धोलासर में लगातार 21 साल तक पदस्थापित रहे तथा फलोदी कस्बे में सह...
उद्घघोषक कमलेश नाहैलिया (49 वर्ष) का रविवार तड़के जोधपुर महामंदिर के श्रीराम अस्पताल में निधन हो गया है।
नाहैलिया शुक्रवार को जोधपुर से बिराई राउमावि में कोरोना ड्यूटी पर अपनी मोटर साइकिल पर जा रहे थे, तभी सड़क पर अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट हो गया।
गंभीर घायल अवस्था में उनको श्रीराम अस्पताल जोधपुर में भर्ती करवाया गया जहां पर दो दिन जिंदगी तथा मौत से जूझने के बाद रविवार को उनका निधन हो गया। नाहैलिया के निधन की खबर सुनते ही फलोदी, बाप, देचू, लोहावट, ओसिया, भोपालगढ, जोधपुर शहर सहित पूरे जिले के शिक्षा एवं साहित्यक जगत में शोक की लहर छा गई। विलक्षण प्रतिभा के धनी नाहैलिया उच्च कोटि के लेखक एवं साहित्यकार थे तथा मंच संचालन में उनको विशेष दक्षता हासिल थी। जिनके लाखो लोग कायल थे।
नाहैलिया के आकस्मिक निधन पर पूर्व चीफ कमिश्नर केआर मेघवाल, विधायक पब्बाराम विश्नोई, कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट श्रीगोपाल व्यास, कांग्रेस नेता महेश व्यास, सीबीईओ मदनलाल सुथार, अशोक पुरोहित, शिक्षाविद माणकलाल जीनगर, उपाध्यक्ष सलीम नागौरी, ज्ञानचंद जयपाल, शिक्षक नेता आसुराम परिहार, डाॅ.मुरलीधर कटारिया, उगमाराम, महेश पाबूसर, सूर्यप्रकाश जीनगर, मुरारीलाल थानवी, शिव कुमार व्यास, एडवोकेट सिंकदर घोसी, शिवलाल बरवड़, तौलाराम चौहान, अशोक कुमार मेघवाल, दुर्गाराम बिरठ, भैराराम मकवाना, स्वरूपाराम हिगड़ा, भीमाराम मूंडिया, सुरजनराम जयपाल, शिक्षक नेता अरुण कुमार व्यास, अश्विनी जोशी, पृथ्वीसिंह चारण, भूराराम इणखिया, संतोष लखन, श्रवण कुमार, चंदन कुमार, ओम जयपाल, जगदीश जयपाल, रेंवतलाल मेघवाल, मनोज कुमार गोगलू, शिक्षाविद शिवलाल पंवार, महेंद्र मेघवाल, डाॅ. दिनेश शर्मा, अरूण माथुर, डाॅ.निरंजन मेहरा, अनोप मेघवाल, गोरधन जयपाल, अर्जुन मकवाना, प्रहलादराम पंवार, बंशीलाल चौहान, सरपंच मोहम्मद अली तथा पत्रकार रमन दर्जी आदि ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे शिक्षा एवं साहित्यिक जगत के लिये अपूरणीय क्षति बताया।
भोपालगढ तहसील के छापला गांव में वर्ष 1971 में आंनदराम नाहैलिया के घर जन्मे नाहैलिया की शिक्षा जोधपुर में हुई तथा उसके बाद वे शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर फलोदी में नियुक्त हुये। शिक्षक की नौकरी के साथ-साथ उन्होंने लेखन एवं विभिन्न साहित्यिक गतिविधियों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। नाहैलिया ने लगातार 21 साल तक फलोदी क्षेत्र में लगातार सेवायें दी।
पिछले कुछ समय से वे बावड़ी तहसील की बिराई ग्राम पंचायत के विधालय में वरिष्ठ शिक्षक के रूप में सेवायें दे रहे थे। नाहैलिया को उल्लेखनीय सेवाओं के लिये जिला प्रशासन जोधपुर, उप जिला प्रशासन फलोदी तथा विभिन्न राज्यों की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा दो दर्जन से ज्यादा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। नाहैलिया की सैकड़ो रचनायें एवं लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है।
नाहैलिया के परिवार में वृद्ध माता-पिता, पत्नि, दो बेटियां, एक बहिन एवं एक भाई है। छोटा भाई मुकेश कुमार नाहैलिया भी पेशे से शिक्षक है।
फलोदी से अशोक कुमार मेघवाल की रिपोर्ट