Bap New s: पशु पालन विभाग एवं उरमूल ट्रस्ट द्वारा संचालित "द कैमल पार्टनरसिप परियोजना" के सहयोग से बाप क्षेत्र के ऊंट बाहुल्य ग...
Bap News: पशु
पालन विभाग एवं उरमूल ट्रस्ट द्वारा संचालित "द कैमल पार्टनरसिप परियोजना"
के सहयोग से बाप क्षेत्र के ऊंट बाहुल्य गांव श्रीरामपुरा, मंडोर, उदट, सुरपुरा में
गुरूवार को तथा खाखुरी, टेकरा व बारू में शुक्रवार को ऊंट
स्वास्थ्य जांच शिविर का
आयोजन किया गया। शिविर में ऊंट पालकों को 700 ऊंटों कि दवाईयों का वितरण किया गया।
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि ऊष्टर विकास योजना में ऊंटनीे के
बियाने पर बच्चों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु सरकार द्वारा एक बच्चे के पालन पोषण
के लिए दस हजार रुपए का अनुदान दिया जाता था। वर्तमान में यह योजना बंद होने से ऊंट
पालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। जिसके लिए शीघ्र ही उच्च अधिकारियों से उक्त योजना
को पुनः शुरू करने की मांग की जाएगी। इसके अलावा ऊंटों में पाये जाने वाली बीमारी सर्रा
एवं खुजली बीमारी के विषय में विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होने
बताया इस समय ऊंटों में खुजली रोग हो रहा हैं। इस रोग से ऊंटो का स्वास्थ्य गिर जाता
है। ज्यादा होने पर वह अपने ही शरीर को चबाने लग जाता है। समय पर उपचार नहीं मिलने
पर कई बार ऊंट मर भी जाते हैं।
शिविर में चिकित्सा अधिकारी ने आत्मनिर्भर भारत योजना
के तहत बहुमूल्य पशु संपदा के सर्वांगीण विकास के लिए ऊंटनी के दूध के औषधीय गुणों
को देखते हुए शीघ्र ही डेयरी बाप में चालू होने से आमदनी बढ़ाने की बात कही। इस दौरान
पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार, उरमूल ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद कुमार
जांगिड़, पशुधन सहायक महिपाल विश्नोई, कुलदीप, असुसिंह सुरेश ने सराहनीय सेवाएं दी।
शिविर में ही रिवाइव एनजीओ के माध्यम से कॉरोना बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए
मास्क एवं साबुन वितरित किए गए।