Bap New s: कस्बा स्थित मेघराजसर तालाब में 7 वर्षीय एक मासूम बच्ची की गिरने से मौत हो गई। तालाब में बच्ची का शव पांच घंटो के बाद मिला। ब...
Bap News: कस्बा स्थित मेघराजसर तालाब में 7 वर्षीय एक मासूम बच्ची की गिरने से मौत हो गई।
तालाब में बच्ची का शव पांच घंटो के बाद मिला। बच्ची का बाप में ननिहाल है तथा वह
दस दिन पूर्व ही अपने ननिहाल आई थी। अपने ममेरे भाईयों के साथ वह तालाब पर खेलने
गई थी। प्यास लगने पर पानी पीने तालाब के पास गई तो उसका पैर फिसल गया, जिससे वह
तालाब में गिर गई। सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बाप एसडीएम, तहसीलदार,
थानाधिकारी तालाब पर पहुंच गए थे। मांगने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाए बिना शव
परिजनों को सौंप दिया।
थानाधिकारी
हरसिंह राजपुरोहित ने बताया कि लता (7) पिता रूपाराम मेघवाल, मालमसिंह की सिड्ड
बुधवार दोपहर करीब 1 बजे अपने ममेरे भाईयों के साथ मेघराजसर तालाब पर खेल रही थी। इस
दौरान प्यास लगने पर वह तालाब के निकट चली गई। इस दौरान पैर फिसलने से मासूम तालाब
में गिर गई। लता के पानी में गिरते ही उसके ममेरे भाई वंहा से भाग कर घर गए तथा
परिजनों को बताया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग तालाब पर एकत्र हो गए।
कस्बे के तैराक युवक तालाब में उतरे, लेकिन उन्हे शव नहीं मिला। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लक्ष्मीनारायण शर्मा, बाप उपखंड अधिकारी महावीरसिंह, तहसीलदार हुकमीचंद, विकास अधिकारी धनदान देथा, ग्राम विकास अधिकारी राकेश मीणा, पटवारी जितेंद्र मीणा आदि भी तालाब पर पहुंए गए। पुलिस ने भीड़ को कई बार हटाया, लेकिन लोग थोड़ी देर बाद फिर एकत्र हो जाते।
कस्बे के तैराक युवक तालाब में उतरे, लेकिन उन्हे शव नहीं मिला। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लक्ष्मीनारायण शर्मा, बाप उपखंड अधिकारी महावीरसिंह, तहसीलदार हुकमीचंद, विकास अधिकारी धनदान देथा, ग्राम विकास अधिकारी राकेश मीणा, पटवारी जितेंद्र मीणा आदि भी तालाब पर पहुंए गए। पुलिस ने भीड़ को कई बार हटाया, लेकिन लोग थोड़ी देर बाद फिर एकत्र हो जाते।
स्थानीय
तैराक युवकों को दो घंटे तक बच्ची का शव नहीं मिला। ढाई बजे फलोदी से समाजसेवी व
तैराक महेश व्यास भी बाप पहुंच गए। उन्होने भी करीब दो घंटे तक तालाब में शव को
ढुंढा, लेकिन सफलता नहीं मिली। तैराक सिकन्दर, महिला एवं बाल विकास कार्यालय के
चंद्रशेखर कल्ला, होम गार्ड सहित आधा दर्जन युवकों ने लगातार 5 घंटे शव ढ़ुंढने का
रेस्क्यू चलाया। शव तालाब की गहराई में चला गया था। आखिर सवा छ बजे जेतड़ासर निवासी तैराक शबीर खान व रईस खान ने लता का शव बाहर
निकाला। लता दस दिन पूर्व ही बाप स्थित अपने ननिहाल आई थी।